झाँसी : बेसिक शिक्षकों की चयन वेतनमान की फाइलों पर लम्बे अरसे से निपटारा नहीं हुआ है। कई फाइल तो डिस्पैच से पटल तक ही नहीं पहुँच पा रही हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद पर एक दशक से अधिक समय से पदोन्नति नहीं की गई। ऐसे शिक्षकों को 10 वर्ष की सन्तोषजनक सेवा पर चयन वेतनमान का लाभ दिया जाता है। इसमें एक वेतन वृद्धि का लाभ तथा मकान किराया भत्ता बढ़ा दिया जाता है।
प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के प्रमोशन मई - 2013 में प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर किए गए थे। तब से विभाग में इनके प्रमोशन नहीं किए गए। ऐसे शिक्षकों ने उसी पद पर 10 वर्ष की सेवाएं मई माह में पूर्ण कर ली हैं। यह शिक्षक अपने चयन वेतनमान स्वीकृत कराने की फाइलें तैयार करके खण्ड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेज रहे हैं।
शिक्षक नेताओं का कहना है कि एक सैकड़ा से अधिक फाइल सम्बन्धित पटल पर धूल खा रही हैं, जबकि बाद में आने वाली फाइलों को स्वीकृत करा दिया जा रहा है। आरोप है कि सुविधा शुल्क के बाद ही फाइल आगे बढ़ती हैं। इसके डिस्पेच के लिए कभी सर्व शिक्षा अभियान तथा कभी बेसिक शिक्षा विभाग के डिस्पेच रजिस्टर का उपयोग किया जाता है। शिक्षक संगठनों ने चयन वेतनमान की फाइलों की जाँच करने व पटल परिवर्तन करने की माँग की है।