लगभग एक महीने से जबरदस्त गर्मी झेल रहे राजधानी के लोगों के लिए बुधवार की सुबह राहत लेकर आई। झमाझम बरसात के बीच लोगों की आंख खुली। भोर से शुरु हुई बरसात सुबह दस बजे तक लगातार जारी रही .
यूपी में मानसून एक बार फिर से लौट आया है। बुधवार की सुबह राजधानी लखनऊ सहित आसपास के जिलों में भारी बारिश हुई। सड़कों पर जलभराव के हालात देखने को मिले। लगभग एक महीने से जबरदस्त गर्मी झेल रहे राजधानी के लोगों के लिए बुधवार की सुबह राहत लेकर आई। झमाझम बरसात के बीच लोगों की आंख खुली। भोर से शुरु हुई बरसात सुबह दस बजे तक लगातार जारी रही। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र में सुबह 8.30 बजे तक लगभग 16 मिमी बारिश रिकार्ड हुई है।
यूपी में मानसून एक बार फिर से लौट आया है। बुधवार की सुबह राजधानी लखनऊ सहित आसपास के जिलों में भारी बारिश हुई। सड़कों पर जलभराव के हालात देखने को मिले। लगभग एक महीने से जबरदस्त गर्मी झेल रहे राजधानी के लोगों के लिए बुधवार की सुबह राहत लेकर आई। झमाझम बरसात के बीच लोगों की आंख खुली। भोर से शुरु हुई बरसात सुबह दस बजे तक लगातार जारी रही। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र में सुबह 8.30 बजे तक लगभग 16 मिमी बारिश रिकार्ड हुई है।
एक तरफ बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन दस बजे तक शहर में जगह-जगह जलभराव के कारण आवागमन कठिन हुआ। जाम लगने लगा और गर्मी से राहत पहुंचा रही बारिश के कारण लगा जाम आफत बन गया। कई कालोनियों में पानी भरने से लोग बाहर नहीं निकल सके। निचले इलाकों में बसे मोहल्लों में पूरी तरह से जलभराव हो गया। बारिश की वजह से सुबह बच्चों को स्कूल पहुंचने में समस्या का सामना करना पड़ा।
दूसरे जिलों में भी बरसा पानी
राजधानी लखनऊ ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की खबर है। बलिया में 18.2 मिमी, बाराबंकी में 17 मिमी, चित्रकूट में 16 मिमी तो रायबरेली में 28 मिमी बरसात रिकार्ड हुई। कानपुर, गोरखपुर, हमीरपुर, प्रयागराज, कुशीनगर, वाराणसी समेत अन्य इलाकों में भी बरसात रिकार्ड की गई है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी में सघन दबाव का क्षेत्र बना है। इसके कारण प्रदेश के दक्षिण अंचलों में मानसून की सक्रियता बढ़ने के संकेत हैं। अगले दो-तीन दिनों के दौरान प्रदेश के विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र में अच्छी बारिश के आसार हैं। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 5 अगस्त से तराई वाले जिलों में बरसात बढ़ने के आसार हैं।