परिषदीय विद्यालयों को एक वर्ष में निपुण घोषित करने पर किया विचार

 

संभल विकास खंड सभागार में शनिवार को एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला स्तर से एसआरजी सुनील कुमार, इन्वॉल्व संस्था से सादर्श पांडे और समस्त एआरपी, शिक्षक संकुल परिषदीय विद्यालयों के समस्त प्रधानाध्यापक शामिल हुए। संदीप व आदर्श पांडे द्वारा निपुण भारत मिशन के तहत निपुण विद्यालय बनाने में पीयर लर्निंग का महत्व समझाया और क्लास में निपुण चैंपियन की भूमिका के बारे में बताया।

खंड शिक्षा अधिकारी बबीता सिंह ने कायाकल्प के अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा की और निपुण भारत मिशन के अंतर्गत सभी विद्यालयों को दिसंबर वर्ष 2023 तक निपुण विद्यालय घोषित करने के लिए रणनीति पर चर्चा की। निर्देश दिए कि प्रत्येक कक्षा में प्रिंट रिच लगा हुआ होना चाहिए। कक्षाओं का संचालन लेसन प्लान के साथ टीएलएम का


इस्तेमाल करते हुए होना चाहिए। पौधरोपण अभियान के अंतर्गत प्रत्येक शिक्षक को एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया। बताया कि प्रत्येक माह 3 ग्राम पंचायतों में शिक्षा चौपाल का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अभिभावकों और जन समुदाय को निपुण भारत मिशन में अपनी सहभागिता देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। निपुण लक्ष्य ऐप के माध्यम से बच्चों का नियमित आकलन करने और निपुण पालिकाओं में उसको दर्ज करने को कहा गया। सभी विद्यालयों में उपचारात्मक शिक्षण नियमित किया जाए और जर्जर भवनों में बच्चों को न बैठाया जाए। सभी विद्यालयों में निपुण योजना बनाई जाए और उसका शत-प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाए।