मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव पर हमला करते हुए कहा है कि पहले की सरकार में नौजवानों के सामने पहचान का संकट होता था। सरकारी नौकरी निकलती थी तो चाचा और भतीजा झोला लेकर के वसूली पर निकल पड़ते थे। इससे प्रदेश का प्रतिभाशाली नौजवान ठगा रह जाता था। अब प्रदेश के आयोग या बोर्ड पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता है।
सीएम योगी ने मिशन रोजगार के तहत निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के तहत को चयनित हुईं अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को लोकभवन सभागार में मंगलवार को संबोधित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1,573 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकर्त्रियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए।
सीएम योगी ने नवनियुक्त एएनएम को बधाई दी। कहा कि पहले की सरकारों में आशा वर्कर और एएनएम की उपेक्षा की जाती थी। इनकी सेवाओं का मूल्यांकन नहीं हो पाता था। हमारी सरकार ने स्वास्थ्य कार्यकर्त्रियों के महत्व को समझते हुए इस दिशा में कार्य करना शुरू किया। इसकी नतीजा है कि खाली पड़े पद आज भरे जा रहे हैं।
19वां नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम
सीएम योगी ने कहा कि यह कार्यक्रम मिशन रोज़गार के साथ-साथ मिशन शक्ति का भी है, क्योंकि इससे प्रदेश की बालिकाएं जुड़ी हुई हैं, यह उन्हें सशक्त बनाएगा। पिछले डेढ़ साल में हमारी सरकार 19 नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है, जिसके तहत लगभग 58000 नौजवानों को सरकारी नौकरी दी गई है। सीएम योगी ने कहा कि पूर्व की बीमार मानसकिता की सरकार ने राज्य को बीमारू बना दिया था।