प्रतापगढ़ : कूटरचित तरीके से दूसरे के नाम पर नौकरी कर रही शिक्षामित्र की जालसाजी का मामला सामने आया है। जौनपुर की सिंपल सिंह खेमसरी लालगंज में अपनी बुआ के घर पर रहकर शिक्षा ग्रहण की। उसने वर्ष 2002 में जीजीआइसी शीतलमऊ से हाईस्कूल व राम अंजोर मिश्र इंटर कालेज से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2005 में हेमवती नंदन बहुगुणा डिग्री कालेज में बीए में प्रवेश लिया। आरोप है कि सिंपल सिंह ने
अपनी बुआ की ही लड़की डिंपल सिंह का शैक्षिक प्रमाण पत्र हासिल कर कूट रचना करके खुद सिंपल से डिंपल बन बैठी। इसके बाद शैक्षिक प्रमाण पत्रों से कूट रचित तरीके से शिक्षामित्र की नौकरी भी हासिल कर ली। वह इन दिनों शिक्षामित्र के रूप में प्राथमिक विद्यालय उधरनपुर लालगंज में तैनात है। वहीं, वास्तविक डिंपल सिंह अर्जुन सिंह की पुत्री हैं और उनकी शादी रायबरेली के सुशील सिंह से हुई है।