प्राइमरी कक्षा में लर्निंग कॉर्नर बनेंगे, स्कूलों को एक लाख रुपये का बजट मिलेगा


नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों की प्राइमरी कक्षाओं में लर्निंग कॉर्नर ( सीखने का कोना ) बनेंगे। विषय की पढ़ाई से लेकर जीवन कौशल समेत दूसरी गतिविधियों को लेकर यह कॉर्नर बनाए जाएंगे। इनकी मदद से कक्षा में छात्रों को रचनात्मक अंदाज में पढ़ाया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दिल्ली के पांच सर्वोदय विद्यालयों का चयन किया गया है।



कक्षा में सात कॉर्नर बनेंगे इस संबंध में शिक्षा निदेशालय की नर्सरी प्राइमरी शाखा की उप शिक्षा निदेशक डॉ. कंचन जैन ने सर्कुलर जारी किया है । सर्कुलर के अनुसार स्कूली छात्रों के बुनियादी चरण के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा रूपरेखा (एनसीएफ) की सिफारिशों का लागू किया जा रहा है। इसके तहत कक्षा में गणित, नाटकीय खेल, कला और शिल्प, भाषा और साक्षरता, संगीत, खेल और जीवन कौशल के कॉर्नर बनाए जाएंगे।


पांच स्कूलों का चयन इस परियोजना के लिए मलका गंज स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय, खेड़ा खुर्द का सर्वोदय कन्या विद्यालय, सुल्तानपुरी स्थित ब्लॉक सी में सर्वोदय बाल विद्यालय, आया नगर में सर्वोदय कन्या विद्यालय और गांधी नगर के सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर - 1 को शामिल किया है।


स्कूलों को एक लाख रुपये का बजट मिलेगा

कक्षा में कॉर्नर तैयार करने के लिए स्कूलों में चार सदस्यों वाली एक समिति का गठन भी किया गया है। इसके लिए स्कूलों को एक लाख रुपये का बजट आवंटित किया जाएगा। कॉर्नर तैयार करने के लिए शिक्षण सामग्री खरीदी जाएगी। बच्चों की रूचि बनाए रखने के लिए समय-समय पर लर्निंग कॉर्नर की सामग्री को बदला जाएगा। छात्रों को खेलने और सीखने की निशुल्क सुविधा मिलेगी। स्कूलों में कॉर्नर स्थापित होने के बाद शाखा की एक टीम स्कूलों का दौरा करेगी। समिति सदस्य परियोजना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया रिपोर्ट देगी। परियोजना की सफलता के बाद इसको दूसरे स्कूलों में लागू किया जाएगा।