सात शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ निरस्त


गाजीपुर,। गैर जनपदों में स्थानांतरण के चक्कर में सात शिक्षकों ने भारांक (बेटेज) गलत भर दिया। समिति की ओर से मिलान के दौरान खामियां मिलते ही इनका स्थानांतरण निरस्त कर दिया गया है। अब इनके खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी। इसकी सूचना मिलते ही स्थानांतरण होने शिक्षकों में खलबली मच गयी है।




शहर के छावनी लाइन स्थित बालेश्वर पाण्डेय आईटीआई कॉलेज में रविवार को गैर जिले में स्थानांतरण होने वाले शिक्षकों के दस्तावेज का सत्यापन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया गया। शिक्षकों को जनपद से कार्यमुक्त करने के लिए सीडीओ संतोष कुमार वैश्य की अध्यक्षता में कमेटी भी बनायी गयी है। इस दौरान जांच समिति की ओर से सात अध्यापकों की और से भारांक में खामियां मिलने पर निरस्त कर दिया गया। वहीं संबंधित शिक्षक के खिलाफ विभागीय दंडात्मक कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। डीएम आर्यका अखौरी के निर्देश पर समिति की ओर से सीडीओ संतोष कुमार वैश्य को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इनकी अध्यक्षता में उपजिलाधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव, सीएमओ डा. हरगोविंद सिंह व सीएमएस की मौजूदगी में भराकों का सत्यापन किया गया। कुल स्थानांतरित 358 अध्यापकों के सापेक्ष 69000 भर्ती में नियुक्त अध्यापकों को छोड़ कर अन्य अध्यापकों को बीएसए ने हेमंत राव ने कार्यमुक्त कर दिया।




बीएसए हेमंत राव ने बताया कि अन्य जनपदों से कार्यमुक्त होने गाजीपुर कुल 420 अध्यापकों के सापेक्ष 25-25 अध्यापकों ने बालेश्वर पाण्डेय आईटीआई पॉलिटेक्निक कालेज पहुंचकर कार्यभार ग्रहण किया। उन्होने बताया कि सात शिक्षकों ने भारांक गलत भर कर स्थानांरतण कराने की कोशिश किया है। स्थानांतरण को निरस्त करते हुए दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।