जनपद में तबादले के लिए 500 बेसिक शिक्षकों को मिले म्यूच्यूअल साथी

 

फिरोजाबाद। सर, बच्चे छोटे हैं, पति भी शहर से बाहर काम करते हैं, घर में बुजुर्ग सास, ससुर हैं। ऐसे में घर की सारी जिम्मेदारियां भी मेरे ऊपर ही है। हर दिन 30–40 किमी की यात्रा कर समय से स्कूल भी पहुंचना है। आने जाने में ही हिम्मत जवाब दे जाती है, न घर ही ठीक से संभल पाता है और न ही बच्चों को पूर्ण मनोयोग से पढ़ा पा रही हूं। पारस्परिक स्थानांतरण के लिए एक ऐसे शिक्षक साथी की तलाश है, जो मेरी जगह चला जाए और मुझे मेरे घर के नजदीक का विद्यालय मिल जाए तो परिवार, बच्चों और स्वयं के लिए सहूलियत होगी.




परिषदीय विद्यालयों में अपने घर से दूर तैनात शिक्षक–शिक्षिकाओं का दर्द कुछ ऐसा ही है। जिले में पारस्परिक तबादलों के लिए 500 से ज्यादा शिक्षकों ने आवेदन किए हैं।


दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग में पारस्परिक तबादले की प्रक्रिया चल रही है। हर कोई शिक्षक अपनी सुविधानुसार जाना चाह रहा है। शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के चक्कर काटने के साथ ही, सोशल मीडिया पर समान स्थानांतरण चाहने वाले साथी की तलाश की। पांच सौ शिक्षकों की यह तलाश सोशल मीडिया के मामध्य से पूरी हो गई है। इन शिक्षकों ने पारस्परिक तबादलों के लिए आवेदन भी कर दिया है।



बता दें कि वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग में अंतरजनपदीय ट्रांसफर और पारस्परिक तबादले की प्रक्रिया चल रही है। जिले के भीतर स्थानांतरण के लिए म्युचुअल साथी की जरूरत होती है। जिले से बाहर का ट्रांसफर अभी हो गया है, लेकिन जिले के अंदर की प्रक्रिया ठप है। आवेदकों में ऐसे लोग हैं, जो अपने निवास स्थान से 30 से लेकर 70 किमी दूर तक स्कूल जाते हैं। इससे इन्हें एक तरफ अत्यधिक शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं यह अपने परिवार की परवरिश नहीं कर पाते।

बीएसए आशीष पांडेय ने बताया कि अभी अंतरजनपदीय तबादला प्रक्रिया अंतिम दौर में हैं। शासन के निर्देशानुसार प्रक्रिया चल रही है। म्यूचल तबादला के लिए 500 आवेदन आ गए हैं। ऐसे में शासन के निर्देश मिलते ही यह प्रक्रिया नियमानुसार पूरी कर दी जाएगी।



केस नंबर एक

शहर निवासी महिला शिक्षिका जिनकी तैनाती मदनपुर ब्लाक के दूरस्थ क्षेत्र में हुई है। यह अपने घर से करीब 50 किमी की दूरी तय कर स्कूल जाती हैं। इनके पति सरकारी नौकरी में हैं जो घर से दूर हैं, दो छोटे–छोटे बच्चें हैं, सास ससुर भी घर पर ही रहते हैं। सबसे अधिक दिक्कत तब होती है, जब घर में कोई अचानक बीमार पड़ जाता है। इन शिक्षिका ने आवेदन किया है।


केस नंबर दो

लोहिया नगर निवासी शिक्षक एका ब्लाक के एक स्कूल में पढ़ाने जाने हैं। दोनो तरफ से 100 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। सड़क भी ठीक नहीं होने से वह एटा की तरफ से आने वाले शिक्षक से म्यूचल ट्रांसफर करने के लिए साथी तलाश कर रहे हैं।