44 दिन की छुट्टी के बाद कक्षा आठ तक के स्कूल सोमवार को खुल गए। तकरीबन डेढ़ महीने तक स्कूल से दूर बच्चे दोस्तों के बीच पहुंचे तो खिलखिला उठे। रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज राजापुर के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने छात्र-छात्राओं का स्वागत तिलक, आरती एवं पुष्प वर्षा के साथ किया। इसके बाद वेदव्यास एवं मां सरस्वती के चित्र पर पूजन-अर्चन के साथ गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाया गया।
पहले दिन 2700 में से 2200 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। छात्राओं यशी तिवारी, स्वाति सिंह, दिव्या अग्रहरी, किंजल, सिमरन, स्वेच्छा, प्रगति गुप्ता एवं प्राची गुप्ता ने संगीत शिक्षक मनोज गुप्ता के निर्देशन में गुरु महिमा पर आधारित भजन ह्यगुरुदेव मेरे दाता मुझको ऐसा वर दोह्ण तथा ह्यसागर से भी गहरा बंदे गुरुदेव का प्यार हैह्ण प्रस्तुत किया।
ज्वाला देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस में ग्रीष्मावकाश के बाद छात्र-छात्राओं के आगमन पर प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने पुष्पवर्षा से स्वागत किया। मुख्य वक्ता गणेश द्विवेदी ने गुरु की महिमा का बखान किया। ज्वाला देवी इंटर कॉलेज रसूलाबाद में ग्रीष्मावकाश के बाद छात्र-छात्राओं के आगमन पर पुष्पवर्षा की गई और पांच बार हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने कहा कि महर्षि व्यास ने वेद का चार भागों में विभाजन कर दिया ताकि कलियुग में कम स्मरणशक्ति रखने वाले भी वेदों का अध्ययन कर सकें। इसीलिए वह वेदव्यास के नाम से विख्यात हुए।
● परिषदीय स्कूलों में कम उपस्थित रहे बच्चे, प्राइवेट स्कूल रहे गुलजार
● सरस्वती के चित्र पर पूजन-अर्चन, गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाया
उच्च प्राथमिक विद्यालय राजापुर में सिर्फ 65 पहुंचे
सरकारी स्कूलों में पहले दिन कम उपस्थित रही। उच्च प्राथमिक विद्यालय अतरसुइया में 83 में से 39, उच्च प्राथमिक विद्यालय राजापुर में 185 में से 65 जबकि प्राथमिक विद्यालय स्टैनली रोड में 42 में से 12 बच्चे ही उपस्थित रहे। आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय सीपीआई में 139 में 42 बच्चे आए थे। यहां के शिक्षक वसुबन्धु सिंह ने बताया कि अभिभावकों को कहीं से गलत सूचना मिल गई कि स्कूल दस जुलाई से खुलेंगे इसलिए काफी बच्चे नहीं आए। कुछ बच्चे छुट्टियों में गांव चले गए थे और नहीं आ सके।