मौसम अलर्ट : मानसून पूरे यूपी में सक्रिय भारी बारिश होने के आसार, इन जिलों में होगी भारी बारिश


दक्षिणी पश्चिमी मानसून ने पूरे उत्तर प्रदेश को अपने दायरे में ले लिया है। मौसम विभाग ने सोमवार को आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैय्या, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, जालौन और आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।


इस बीच मानसून ने दिल्ली और मुंबई में एक साथ दस्तक दी। ऐसा संयोग 62 साल के बाद बना है। अब गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाके वाले हिस्से ही हैं जहां अभी तक नहीं पहुंचा है। अगले दो दिनों के भीतर यह देश के शेष हिस्सों में भी पहुंच जाएगा।

बता दें कि मानसून एक जुलाई तक समूचे देश को कवर कर लेता है। मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत में पश्चिमी राजस्थान के इलाके को छोड़कर बाकी स्थानों पर 28 जून तक बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। मौसम विभाग के अनुसार, जून में उत्तर प्रदेश में सामान्य की अपेक्षा 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है।

राज्य में 62.8 मिमी सामान्य बारिश होनी चाहिए थी। मगर अब तक 38.9 मिमी बारिश ही हुई है। पूर्वांचल के मुकाबले पश्चिमी अंचल में अच्छी बारिश हुई है। पश्चिमी यूपी में अब तक 51.7 मिमी बारिश होनी चाहिए थी जबकि 53.4 मिमी बारिश हुई है। पूर्वांचल में 70.8 मिमी सामान्य बारिश होनी चाहिए थी जबकि 28.8 मिमी बारिश हुई है।



यहां होगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान यूपी के बांदा, फतेहपुर, बहराइच, लखीमपुर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, अमरोहा, पीलीभीत, शाहजहांपुर, हमीरपुर, महोबा, झांसी में।

यहां होगी सामान्य बारिश

चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, अलीगढ़, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, पीलीभीत।

केदारनाथ यात्रा पर अगले आदेश तक रोक

उत्तराखंड में पिछले चौबीस घंटे से अधिक समय से हो रही बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। अधिकांश नदियों का जल स्तर बढ़ चुका है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह ने बताया कि सोनप्रयाग और गौरीकंड में केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक रोक दी गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण कर प्रदेश में बारिश की स्थिति का जायजा लिया