शिक्षकों के जीपीएफ खातों का डिजिटाइजेशन पूरा

 लखीमपुर, । बेसिक स्कूलों के हजारों शिक्षक लंबे अरसे से अपने जीपीएफ खाते के ब्यौरे का इंतजार कर रहे थे। उनका यह लंबा इंतजार अब खत्म होने को है। बेसिक शिक्षा के लेखा विभाग ने सभी टीचरों के जीपीएफ खातों के डिजिटाइजेशन का काम पूरा करने के साथ ही लेखा पर्ची भी तैयार कर ली हैं। इन लेखापर्चियों पर शिक्षकों के वित्त वर्ष 2022-23 तक जीपीएफ का पूरा लेखाजोखा मौजूद है। इसी के साथ लखीमपुर खीरी प्रदेश का ऐसा पहला जिला हो गया है जिसने न केवल जीपीएफ खातों का डिजिटाइजेशन पूरा कर लिया है बल्कि शिक्षकों की लेखापर्ची भी तैयार की है।


वित्त एवं लेखाधिकारी हरिकेश बहादुर सिंह ने बताया कि अगले दो हफ्तों में इन लेखापर्चियों को संबंधित बीआरसी को भेज दिया जाएगा। जहां से टीचर इन्हें प्राप्त कर सकेंगे। वित्त एवं लेखाधिकारी ने शिक्षकों और शिक्षक प्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि लेखापर्ची मिलने के बाद वे इनका मिलान कर लें और किसी प्रकार की त्रुटि मिलने पर एक माह के अंदर लेखा विभाग को लिखित आवेदन देकर अवगत करा दें।


-लंबे अरसे से थी लेखापर्ची की मांग शिक्षक संघों की जीपीएफ लेखापर्ची की मांग बहुत पुरानी है। प्राइमरी और जूनियर दोनों ही शिक्षक संघों के प्रतिनिधियों की शिकायत थी कि जीपीएफ से आच्छादित शिक्षकों के वेतन से जीपीएफ की कटौती तो नियमित होती थी।