प्रयागराज, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) अफसर भले ही खुलकर न बोलें, लेकिन उन्हें आशंका थी कि इस वर्ष सभी महत्वपूर्ण भर्तियां शासन स्तर पर फंसेगी। जिन भर्तियों में समकक्ष अहंता का विवाद था, आयोग ने वर्ष 2023 के कैलेंडर में उनमें से किसी भर्ती को शामिल नहीं किया और शासन स्तर से छह माह बाद भी उन भर्तियों की समकक्ष अहंता को लेकर
स्थिति स्पष्ट नहीं की जा सकी है।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती प्रवक्ता भर्ती समीक्षा अधिकारी (आरओ) / सहायक अधिकारी (एआरओ) भर्ती, अपर निजी सचिव (एपीएस) भर्ती सहित कुछ अन्य भर्तियों में समकक्ष अर्हता का विवाद है। इस विवाद के कारण पूर्व में आयोजित भर्तियों को लेकर तमाम अभ्यर्थी कोर्ट भी गए, जिसके बाद कोर्ट ने आदेश दिया कि समकक्ष अहंता के निर्धारण के बाद भर्तियों का विज्ञापन जारी किया जाए, ताकि भर्ती शुरू होने के बाद कोई विवाद न हो।
कोर्ट के आदेश के अनुपालन में यूपीपीएससी ने समकक्ष अहंता पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए शासन गया था। को पत्र लिखा। पिछले छह माह के दौरान आयोग ने कई पत्र भी भेजे, लेकिन शासन स्तर से अब तक समकक्ष अर्हता का निर्धारण नहीं किया जा सका है। आयोग ने जब वर्ष 2023 का परीक्षा कैलेंडर जारी किया था, तब एलटी ग्रेड शिक्षक के छह हजार से अधिक, एपीएस के तीन सौ से अधिक प्रवक्ता के छह सौ से अधिक पदों का अधियाचन आयोग को प्राप्त हो चुका था। आरओ/एआरओ के पदों का अधियाचन भी मिल चुका था पदों का अधियाचन मिलने के बावजूद आयोग ने इन सभी महत्वपूर्ण भर्तियों को अपने कैलेंडर में शामिल नहीं किया था। आयोग के सूत्रों के मुताबिक परीक्षा कैलेंडर जारी किए जाते वक्त यह आशंका थी कि शासन स्तर से समकक्ष अहंता के निर्धारण में विलंब हो सकता है, इसी वजह से उन भतियाँ को कैलेंडर में शामिल नहीं किया गया, जिनमें समकक्ष अहंता के निर्धारण के लिए शासन को पत्र भेजा
हर माह बड़ी संख्या में अभ्यर्थी ओबराज हो जाते हैं, ऐसे में भर्तियों शुरू होने में जितनी दर होगी, उतनी हो अधिक संख्या में अभ्यर्थी इन भतियों में शामिल होने से बचत होंगे एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती, एपीएस भर्ती प्रवक्ता भर्ती शीघ्र शुरू किए जाने की मांग को लेकर एक माह के दौरान प्रतियोगी छात्रों ने आयोग में कई बार धरना-प्रदर्शन किया और हर बार उन्हें एक ही तब आयोग ने लिखित रूप से जवाब मिला कि शासन स्तर से समकक्ष अर्हता का निर्धारण होते ही संबंधित भर्तियों के विज्ञापन जारी कर दिए जाएंगे।
आयोग ने नहीं भेजा डाटा नई भर्ती का विज्ञापन अटका
प्रयागराज उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद भी कृषि प्राविधिक सहायक भर्ती-2013 के 906 अभ्यर्थियों का डाटा उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग
(यूपीएसएसएससी) को प्रेषित नहीं किया। इसकी वजह से कृषि प्राविधिक सहायक के 3466 पदों पर नई भर्ती फंसी हुई है। यूपीएसएसएससी की ओर से कृषि प्राविधिक सहायक के 3466 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन तैयार किया जा चुका है, लेकिन यूपीपीएससी से 906 अभ्यर्थियों का दाय प्राप्त न होने के कारण भर्ती अटकी हुई है। नई भर्ती का विज्ञापन जारी होने के बाद इन 906 अभ्यर्थयों से अलग से आवेदन लिए जाएंगे। डाटा के इंतजार में पूरी भर्ती फंसी हुई है। आठ जून की अभ्याने भरना-प्रदर्शन किया था। आश्वस्त किया था तब आयोग ने लिखित रूप से कि डाटा हर हाल में 10 दिनों के अंदर भेज दिया जाएगा। अब तक 15 दिन बीत चुके हैं और डाटा नहीं भेजा गया ब्यूरो