शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार को जिले 1455 परिषदीय स्कूलों में हाईटेक होगी पढ़ाई



गौरीगंज (अमेठी)। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहाल अब ब्लैक बोर्ड के बजाय एलईडी स्क्रीन के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। इंटीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूल योजना के साथ सीएसआर फंड व जनप्रतिनिधियों से सहयोग लेते हुए बेसिक शिक्षा विभाग उपकरण स्थापित कर शिक्षण कार्य हाईटेक करेगा।



बेसिक शिक्षा विभाग सर्व शिक्षा अभियान के तहत छह से 14 वर्ष आयु के बच्चों की शैक्षिक नींव को मजबूत बनाने में जुटा है। 1572 स्कूलों का विद्युतीकरण होने के बाद शिक्षण व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। अब तक जिले के 117 स्कूलों में स्मार्ट क्लास (परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक से लेकर केजीबीवी तक) का संचालन हो रहा है। अब बचे 1455 स्कूलों में स्मार्ट क्लास का काम पूरा होना है।


केंद्र सरकार इंटीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूल शिक्षा के तहत स्कूलों में स्मार्ट क्लास का सेटअप लगाने की तैयारी में है। भारत सरकार की ओर से 200 से अधिक छात्र संख्या वाले 471 परिषदीय स्कूलों को स्मार्ट बनाने की मंजूरी भी मिल गई है। इसके अतिरिक्त अन्य स्कूलों में व्यवस्था प्रभावी करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग कंपनियों के सीएसआर फंड व जनप्रतिनिधियों को सहयोग लेगा।
स्मार्ट क्लास के लिए स्कूलों में एलईडी टीवी व इनवर्टर की खरीद होगी। कोविड संक्रमण काल से बदले शैक्षिक पैटर्न को देखते हुए बच्चों की सीखने व समझने की क्षमता के अनुसार ऑनलाइन शैक्षिक पाठ्यक्रम व डिजिटल लाइब्रेरी की मदद ली जाएगी।




शैक्षिक गुणवत्ता में होगा सुधार
स्मार्ट क्लास का संचालन होने से परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर सुधरेगा। बच्चों को पढ़ने व सीखने के प्रति प्रोत्साहन मिलने से उनकी स्कूल आने के प्रति रुचि बढ़ेगी। बेहतर ढंग से बच्चों को शिक्षित कर उनका भविष्य बेहतर बनाया विभाग की प्राथमिकता में शामिल है।
- संगीता सिंह, बीएसए