परिषदीय विद्यालयों की पहली कक्षा में 10 से भी कम विद्यार्थी तो रुकेगा वेतन


वाराणसी: सरकार की ओर से स्कूलों की सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही है। शिक्षकों को बेहतर वेतन दिया. जा रहा है और तमाम अभियान भी चलाए जा रहे हैं। बावजूद इसके जिले के 233 विद्यालयों की स्थिति बहुत शर्मनाक पाई गई है। इन विद्यालयों में कक्षा एक में छात्रों की संख्या 10 से भी कम है। इस खराब प्रदर्शन को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है। इन विद्यालयों के प्रधानाचार्य, प्रभारी प्रधानाचार्य, शिक्षा मित्र व अनुदेशकों को नोटिस जारी किया गया है।



उन्हें निर्देश दिया गया है कि जुलाई तक हर हाल में विद्यार्थियों की संख्या मानक के अनुसार बढ़ा लें, वरना वेतन रोक दिया जाएगा इस नोटिस के बाद संबंधित शिक्षकों में खलबली मची है।

एक विद्यालय में कक्षा एक में कम से कम 60 विद्यार्थी होने चाहिए। इसके लिए शासन व विभाग की ओर से नवीन नामांकन के लिए स्कूल चलो अभियान के साथ ही अन्य कई गतिविधियां चलाई जा रही हैं। बावजूद इसके जिले में वर्ष 2022-23 की अपेक्षा परिषदीय विद्यालयों
में 2023-24 का नामांकन पोर्टल पर बहुत अंतर दर्शा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अरविंद्र कुमार पाठक ने बताया कि कक्षा एक में पढ़ने वाले विद्यार्थी अगली कक्षाओं में भी अध्ययनरत रहते हैं।


ऐसे में अगर शुरू में ही कम बच्चे रहेंगे तो अन्य कक्षाओं की स्थिति तो और खराब हो जाएगी। आगामी माह में इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के साथ ही अन्य शिक्षक, शिक्षा मित्र व अनुदेशकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।



बीएसए ने बताया कि सभी को निर्देश दिया गया है कि वे आगामी माह में स्थिति को सुधार लें, वरना वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी।