परिषदीय विद्यालय की स्थिति भगवान भरोसे है। शिक्षक मनमानी पर उतारू हैं। जिससे शिक्षा चौपट हो रही है। स्कूलों में एक या दो शिक्षक अनुपस्थित नहीं बल्कि पूरा स्टाफ ही गायब हो जाता है। बुधवार को बीएसए ने विद्यालयों का निरीक्षण किया तो हकीकत सामने आ गई। दो विद्यालय बंद मिले और तीन अन्य विद्यालयों में शिक्षक गायब मिले। सभी का वेतन रोका गया है।
बुधवार को बीएसए दीपिका गुप्ता ने किशनी विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जिजई, जूनियर विद्यालय कन्हूपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान इन विद्यालयों से पूरा स्टाफ ही गायब था और स्कूल बंद पाए गए। जिस पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई। इसके अलावा बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय चौराईपुर का निरीक्षण किया। यहां सहायक अध्यापिका प्रगति यादव, धर्मपाल सिंह और दो शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। कंपोजिट विद्यालय बसैत में सहायक अध्यापक लोकेश और माला अनुपस्थित पायी गईं। प्राथमिक विद्यालय कैथपुर में शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताते हुए गायब सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों का वेतन रोक दिया है। सभी को स्पष्टीकरण देने के भी निर्देश दिए गए हैं।
● बीएसए ने किशनी क्षेत्र के स्कूलों का किया गया निरीक्षण
● गायब सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों का रोका गया वेतन
अधिकांश विद्यालयों से गायब हैं शिक्षक
परिषदीय विद्यालयों की गर्मियों की छुट्टियां होने वाली हैं। 20 मई तक ही विद्यालय खुलेंगे। 21 मई से एक माह के लिए छुट्टियां हो जाएंगी। इससे पहले सोशल मीडिया पर 16 मई से स्कूलों की छुट्टियां होने का पत्र वायरल हो गया था। जिसको लेकर शिक्षक 16 मई से ही छुट्टी करने लगे हैं। जिले के अधिकांश विद्यालयों से शिक्षक गायब हैं।