बेसिक में अब किराए की जर्जर कोठरी में नहीं पढ़ेंगे नौनिहाल



किराए के जर्जर कमरों में संचालित परिषदीय स्कूलों के बच्चों को आखिरकार सरकारी भवनों में शिफ्ट कर दिया गया है। नगर क्षेत्र के 21 स्कूल के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई अब आसपास के सरकारी स्कूलों में होगी। शासन के निर्देश पर 24 दिसंबर 2020 को यह प्रक्रिया शुरू हुई थी। किराए के कमरों में दशकों से चल रहे अधिकतर स्कूलों में न तो खेल के मैदान थे न ही शौचालय और पेयजल की सुविधा थी। इन स्कूलों के मकान मालिकों ने वित्तीय हालात ठीक न होने का हवाला देते हुए आरटीई मानक के अनुसार अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई थी। बीईओ की कमेटी ने 29 जून 2021 को नगर क्षेत्र के इन स्कूलों को बंद करने की सिफारिश की थी।

ये स्कूल हुए शिफ्ट प्राथमिक विद्यालय नखास कोहना को कम्पोजिट विद्यालय नखास कोहना, कम्पोजिट विद्यालय नैनी द्वितीय को कम्पोजिट विद्यालय नैनी, प्राथमिक विद्यालय गयासुद्दीनपुर को बेगमसराय कन्या, प्राथमिक विद्यालय कन्या लूकरगंज को कम्पोजिट बेनीगंज, प्राथमिक विद्यालय कसारी-मसारी को उच्च प्राथमिक विद्यालय कांशीराम आवास योजना, प्राथमिक विद्यालय सरोजनी नायडू मार्ग को राजापुर द्वितीय, प्राथमिक विद्यालय पीडी टंडन पार्क को कम्पोजिट राजापुर, प्राथमिक विद्यालय कर्नलगंज को बाबाजी का बाग, आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय शशिवकुटी को एलनगंज, प्राथमिक विद्यालय बक्शी बाजार को नखास कोहना, प्राथमिक विद्यालय करेली कन्या को करेली प्रथम, प्राथमिक विद्यालय करेलाबाग कन्या को करेलाबाग कॉलोनी, प्राथमिक विद्यालय मोरी दारागंज को उच्च प्राथमिक विद्यालय दारागंज शिफ्ट किया गया है। प्राथमिक विद्यालय मीरापुर प्रथम को उच्च प्राथमिक विद्यालय मीरापुर, प्राथमिक विद्यालय रानीमंडी कन्या द्वितीय व बालक प्रथम को उच्च प्राथमिक विद्यालय सेंट्रल अटाला, प्राथमिक विद्यालय दरियाबाग प्रथम को उच्च प्राथमिक विद्यालय मीरापुर, प्राथमिक विद्यालय कटघर व प्राथमिक विद्यालय मुंशी राम प्रसाद की बगिया को उच्च प्राथमिक विद्यालय मुह्वीगंज, प्राथमिक विद्यालय मालवीय नगर को उच्च प्राथमिक विद्यालय अतरसुईया व प्राथमिक विद्यालय मिंटो पार्क कीडगंज को प्राथमिक विद्यालय त्रिवेणी रोड शिफ्ट कर दिया गया है।


शासन के आदेश के क्रम में किराए के जर्जर भवनों में संचालित परिषदीय विद्यालयों को शासकीय भवनों में शिफ्ट करने की कार्रवाई की जा चुकी है। इससे इन 21 स्कूलों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित में शिक्षा प्रदान की जा सकेगी।

प्रवीण कुमार तिवारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी