प्रयागराज, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को छोड़ दिया जाए तो जिले में स्थित उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। इस बीच शासन के विशेष सचिव मदन सिंह गर्ब्याल ने सभी भर्ती आयोगों से 2023-24 सत्र में चारों तिमाही में संभावित भर्ती का अलग-अलग ब्योरा मांग लिया है। ऐसे में सवाल है कि जिन आयोगों में भर्ती संबंधी सभी काम ठप है तो वहां से क्या सूचना भेजी जाए।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा का कार्यकाल छह फरवरी को पूरा होने के बाद सिर्फ दो सदस्य बचे हैं और कोरम तक पूरा नहीं है। विज्ञापन संख्या 51 के तहत सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों के लिए लिखित परीक्षा की तारीख तय नहीं हो पा रही तो भविष्य की भर्ती की चर्चा ही बेमतलब है।
इसी प्रकार माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में सदस्यों के सभी दस पद सालभर से खाली हैं और अध्यक्ष वीरेश कुमार का कार्यकाल तीन दिन बाद आठ अप्रैल को पूरा होने जा रहा है। चयन बोर्ड ने सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 4163 पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल 16 जुलाई तक आवेदन लिए थे। इसकी परीक्षा तिथि भी अब तक घोषित नहीं हो सकी है।