लखनऊ। प्रदेश में स्कूल छोड़ चुके या स्कूल में प्रवेश न लेने वाले बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए जहां कई अभियान चल रहे हैं। वहीं अब इस अभियान में डीएलएड प्रशिक्षुओं को भी शामिल करते हुए उनके लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ये प्रशिक्षु किसी एक बच्चे को खोजकर प्रवेश कराएंगे। स्कूल चलो अभियान के तहत विभाग ने एक प्रशिक्षु एक प्रवेश का लक्ष्य दिया है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने सभी डायट प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि वे कक्षा एक से आठ के विद्यालयों में बच्चों के शत-प्रतिशत नामांकन में सहयोग करें। इस क्रम में आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित करने व उनके विद्यालय में नामांकन पर बल देने की जरूरत है। इसके तहत प्रदेश की विभिन्न जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) की ओर से डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से एक प्रशिक्षु एक प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
डीएलएड प्रशिक्षु छह से चौदह साल के बच्चों को चिह्नित कर पास के परिषदीय या उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश कराएंगे। यह प्रक्रिया 30 अप्रैल तक जरूर पूरी की जाएगी। एससीईआरटी निदेशक डॉ. अंजना गोयल ने यह भी कहा है कि इंटर्नशिप / क्रियात्मक प्रशिक्षण के आंतरिक मूल्यांकन में इसका संज्ञान लिया जाएगा।