देवरिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को पांच सूत्री मांगों के समर्थन में बीएसए कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। किसी जिम्मेदार अधिकारी के मौजूद नहीं रहने पर उन्होंने चैनल पर ही ताला जड़ दिया। इससे एक घंटे से अधिक समय तक सारे कर्मचारी कार्यालय में बंद रहे। लेखाधिकारी संजय कुमार ने जब बात करनी चाही तो उन्हें ज्ञापन देने से ही इन्कार कर दिया। एक घंटे बाद बीएसए के पहुंचने पर उनके कार्यालय में सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक मौजूद नहीं रहने पर ही पदाधिकारियों ने सवाल उठा दिया। इसके बाद उन्होंने बीएसए को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अभाविप के जिला संयोजक सौम्य वत्सल मिश्र ने कहा कि जनपद में मानक विहीन शैक्षिक संस्थान खुलेआम चल रहे हैं। कई ऐसे हैं, जहां मानकों की जांच किए बिना संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों ने मान्यता दे दी है। कई बार शिकायत के बावजूद इसकी जांच नहीं हो रही है। जूनियर के कई के शिक्षक अवैध कोचिंग संस्थान चला रहे हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। बेसिक शिक्षा से संचालित शासकीय विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त मिड-डे-मिल नहीं बन रहा है। कई विद्यालयों में शौचालय तक नहीं हैं, जबकि कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों का कायाकल्प किए जाने का हवा-हवाई दावा अधिकारियों की ओर से किया जा रहा है।
अभाविप ने आरोप लगाया कि बेसिक के कई शिक्षक समय से विद्यालयों में न जाकर विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों से सांठगांठ कर अन्य कार्यों में संलिप्त हैं। ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग संगठन कर रहा है। अन्य पदाधिकारियों ने सरकार की ओर से तय किए गए नियमावली जैसे शिक्षक की समय पर उपस्थिति, मिड-डे-मील की गुणवत्ता, छात्राओं के लिए अलग शौचालय और शुद्ध पेयजल सहित अन्य बुनियादी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने, मानकविहीन एवं गैर पंजीकृत शैक्षिक संस्थाओं के संचालन पर रोक, सरकारी शिक्षकों की ओर से प्राइवेट कोचिंग करा धन उगाही जैसे कार्यों की समिति बनाकर जांच होनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इस दौरान जिला संगठन मंत्री अमर्त्य सुंदरम, रुद्रपुर तहसील विस्तारक यीशु सिंह, देवरिया तहसील विस्तारक स्नेहा श्रीवास्तव, अभिषेक कुशवाहा, आदर्श तिवारी, राहुल सिंह, सौरभ तिवारी, आशुतोष मिश्रा, गौरव राय किशन और अंबिकेश आदि शामिल रहे।
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अभाविप ने जो भी आरोप लगाए हैं, उसकी जांच कराई जाएगी। जिन विद्यालयों में अव्यवस्था एवं कोचिंग चलाने के संबंध में शिक्षकों की शिकायतें हैं, उसे दुरुस्त किया जाएगा। पदाधिकारियों की मांगों पर गंभीरता से कार्यवाही होगी।
हरिश्चंद्र नाथ, बीएसए