बलिया
नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी योजना का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से एक बच्चे का दो विद्यालयों में नामांकन के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए विद्यार्थियों की प्रोफाइल बनाना शुरू किया गया है। निजी से लेकर सरकारी स्कूल के बच्चों की प्रोफाइल शारदा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इस कार्य में निजी विद्यालय रुचि नहीं ले रहे हैं।
नई व्यवस्था के तहत स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र व छात्राओं का डाटा पोर्टल पर सहेजा जा रहा है। इसमें बच्चे का आधार कार्ड, नाम समेत जरूरी चीजों को अपलोड किया जा रहा। यह व्यवस्था नामांकन में होने वाले फर्जीवाड़े को
खत्म कर देगी। शिक्षकों ने बताया कि सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए अभिभावक बच्चों का प्रवेश परिषदीय विद्यालय में करा देते हैं, जबकि बच्चे को निजी स्कूल में भी पढ़ाते हैं। प्रत्येक छात्र की प्रोफाइल व यूनिक आईडी बनने से फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी।
प्राइवेट स्कूल नहीं ले रहे रुचि
प्रोफाइल बनाने का काम शिक्षकों के लिए सिरदर्द बन गया है। वेबसाइट नहीं चलने से शिक्षकों को दिक्कत हो रही है। वहीं, मोबाइल से यह काम पूरा करना मुश्किल है। सरकारी स्कूलों के शिक्षक जैसे-तैसे काम निपटा रहे हैं, लेकिन निजी स्कूलों के शिक्षक रुचि नहीं ले रहे हैं।
फीडिंग में आ रही दिक्कत
बच्चों की प्रोफाइल बनाने में दिक्कत आ रही है। आधार कार्ड, राशन कार्ड नहीं बनने से भी फीडिंग होने में परेशानी आ रही है।
प्रोफाइल बनने से बच्चों का डाटा सुरक्षित रहेगा। आउट ऑफ स्कूल होने पर उन्हें दोबारा से स्कूल से जोड़ने का प्रयास किया जा सकेगा। -मनिराम सिंह, बीएसए, बलिया।