विश्वविद्यालय नहीं करेंगे श‍िक्षकों की भर्ती, कॉमन प्लेटफॉर्म से होंगे अपॉइंटमेंट!


देश भर के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर से लेकर अस‍िस्टेंट प्रोफेसर तक के हजारों पद खाली हैं. अब इन नियुक्त‍ियों के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों को पूरी प्रक्र‍िया अकेले नहीं करनी होगी. इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इन विश्वविद्यालयों में नियुक्ति प्रक्रिया के कोऑर्ड‍िनेशन के लिए एक साझा वेबसाइट बनाने का फैसला किया है. 






यह एक तरह का "एनाउंस बोर्ड" के रूप में कार्य करेगा जहां रिक्तियों को पोस्ट किया जाएगा. यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'द हिंदू' को बताया है कि उम्मीदवार वेबसाइट में अपनी प्रोफाइल बना सकते हैं और यहां से सीधे वेबसाइट के जरिये आवेदन भेजे जा सकते हैं. वर्तमान में मौजूद प्रोसेस हर विश्वविद्यालय की ओर से अलग-अलग आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं. 




अधिकारी ने बताया कि ये वेबसाइट एक ऐसे ब्रिज की तरह काम करेगी जहां उम्मीदवारों को एक प्लेटफॉर्म पर पूरी जानकारी मिल जाएगी. इसके लिए उन्हें अलग-अलग 45 विश्वविद्यालयों की वेबसाइटों पर जाने की जरूरत नहीं होगी. वे केवल एक क्लिक में अपने प्रोफाइल का उपयोग करके आवेदन कर सकते हैं. यह पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान बना देगा. साक्षात्कार को संबंधित विभागों द्वारा नियंत्रित किया जाएगा. अभी तक नियुक्तियों के लिए इसी तरह की व्यवस्था देश के 23 आईआईटी में पहले से ही इस्तेमाल की जा रही है.