बेसिक स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता को बेहतर करने की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं। शासन ने परिषदीय स्कूलों में औचक निरीक्षण करने के निर्देश जारी किए हैं। अप्रैल- मई में स्कूलों का विशेष निरीक्षण अभियान चलाया जाएगा। हालांकि शिक्षक आए दिन निरीक्षण कराए जाने पर एतराज भी जता रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि बीते वर्ष वार्षिक परीक्षा के दौरान और उससे करीब दो माह पूर्व भी विशेष अभियान के तहत स्कूलों का औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया था जबकि शिक्षकों के अनुपस्थित रहने और व्यवस्थाओं में भी कोई विशेष गड़बड़ी नहीं पाई गई थी शिक्षा गुणवत्ता भी अधिकारियों ने हर स्तर पर परखी है। अभी तो शिक्षण सत्र की शुरुआत है और स्कूलों में नामांकन प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया जाना उचित नहीं है। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि 31 जून तक यह अभियान चलेगा। इसमें अनुपस्थित पाए जाने पर शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खास तौर से मध्यान्ह भोजन के संचालन की व्यवस्था और निरीक्षण अधिकारी कक्षा 1 से 8 वीं तक के छात्रों के पाठ्य- पुस्तक के वितरण की समीक्षा अनिवार्य रूप से करेंगे।