लखनऊ, कार्यालय संवाददाता। पुरानी पेंशन और समाप्त किए गए भत्तों की बहाली को लेकर कर्मचारियों ने हुंकार भरी हैं। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के द्वि-वार्षिक अधिवेशन में उमड़े कर्मचारियों ने लंबित मांगों पर आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए लामबंद होने की बात कहीं। रविवार को सिंचाई भवन के चौधरी चरण सिंह सभागार में संपन्न हुए अविधेशन में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि वह संयुक्त परिषद के साथ है। वार्ता केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर जल्द करायेंगे। उन्होंने कहा कि संविदा और आउटसोर्सिंग पर उनका नजरिया पर सकारात्मक है।
अधिवेशन में 65 जनपदों से 57 विभिन्न संगठनों ने हिस्सा लिया। वरिष्ठ कर्मचारी नेता तेज बहादुर शर्मा व शंकर यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। जिसमें संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अरविंद कुमार वर्मा, महामंत्री आरके निगम ने पदाधिकारियों के साथ अंगवस्त्रत्त् और पुष्प गुच्छ भेंट कर मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। उपाध्यक्ष भूपेश कुमार सिंह ने अभिनन्दन-पत्र का वाचन किया। केन्द्रीय मंत्री ने नशा मुक्त समाज-अभियान कौशल के तहत उपस्थित कार्मिकों को नशा त्यागने की शपथ भी दिलाई।
एक मई को धरना प्रदर्शन का ऐलान
कार्यक्रम के अंत में लंबित मांगों की पूर्ति के लिए आगामी श्रमिक दिवस एक मई को जनपद मुख्यालयों पर धरना देने की घोषणा की गई। अधिवेशन की अध्यक्षता यूपी रोडवेज इम्पलाइज यूनियन के महामंत्री तेज बहादुर शर्मा ने की। प्रचार मंत्री आनन्द कुमार सिंह ने बताया कि अधिवेशन का संचालन महामंत्री आरके निगम ने किया।
निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई संयुक्त परिषद की ओर से चुनाव अधिकारी शिव गोपाल सिंह और उपचुनाव अधिकारी आरआर जैसवार ने निर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणा की। जिसमें अध्यक्ष अरविंद कुमार वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरके वर्मा, महामंत्री आरके निगम और संप्रेक्षक नागेंद्र भूषण पांडेय को घोषित किया गया।