लखनऊ।प्रदेश में जूनियर बेसिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक शिक्षकों व शिक्षिकाओं की अनंतिम वरिष्ठता सूची को लेकर दिक्कत कम नहीं हो रही है। कई जिलों की वरिष्ठता सूची अपलोड न होने के कारण शासन ने इस पर आपत्ति की तिथि बढ़ा दी है। अब शिक्षक 23 मार्च तक इस पर आपत्ति दर्ज करा सकेंगे।
शिक्षकों की वरिष्ठता, पदोन्नति व जिले के अंदर तबादले को लेकर एक के बाद एक समस्याएं सामने आ रही हैं। शासन के निर्देश के बाद भी जिलों में बीएसए इस पर समय के अंदर कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर शिक्षकों का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह आशंका भी जताई है कि शासन शिक्षकों को इस बार भी लाभ नहीं देना चाह रहा है।
पिछले दिनों सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि छह मार्च को वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई है। इस पर शिक्षक 13 से 20 मार्च तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। किंतु होली के बाद तक कई जिलों के शिक्षकों की सूची पोर्टल पर नहीं दिख रही थी। वहीं निलंबित शिक्षकों का भी नाम इसमें नहीं दिख रहा था।
इसे लेकर शिक्षकों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।इस क्रम में सोमवार को उन्होंने दोबारा सूचित किया कि कई जिलों में अनंतिम वरिष्ठता सूची अपलोड नहीं की जा सकी। इसे देखते हुए वरिष्ठता सूची प्रकाशित किए जाने के बाद शिक्षक पोर्टल पर 16 से 20 मार्च तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। उन्होंने सभी संबंधित बीएसए को इसे प्रभावी कराने को कहा है। वहीं उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि शासन जान-बूझकर इसमें देरी कर रहे हैं। वह इस सत्र में भी शिक्षकों की पदोन्नति, जिले के अंदर ट्रांसफर व समायोजन नहीं करना चाह रहे हैं