गोरखपुर
कूटरचित दस्तावेज के आधार पर शिक्षक बनी महिला को मंगलवार सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ गुलरिहा थाने में 16 नवंबर 2022 को ही केस दर्ज किया गया था। पांच महीने पहले आरोपों की पुष्टि होने के बाद बीएसए ने सेवा समाप्त कर दी थी। पुलिस ने आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक, गुलरिहा थाने में खंड शिक्षा अधिकारी भटहट अमित चौहान ने बर्खास्त शिक्षक ममता कुमारी के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर में अमित ने लिखा है कि देवरिया जिले के सलेमपुर थानाक्षेत्र स्थित विशुनपुर गांव निवासी ममता कुमारी ने कूटरचित दस्तावेज के जरिए नौकरी पाई थी।
जांच में आरोप की पुष्टि होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 13 सितंबर 2022 उसे बर्खास्त कर दिया था। बर्खास्त महिला शिक्षक शाहपुर के बशारतपुर में रहती थी। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि दर्ज केस में आरोपी बर्खास्त महिला शिक्षक को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।
अब तक 87 फर्जी शिक्षक बर्खास्त, नहीं हुई वेतन रिकवरी की कार्रवाई
कूटरचित दस्तावेजों के सहारे परिषदीय स्कूलों में शिक्षक बने 87 लोगों को बेसिक शिक्षा विभाग बर्खास्त कर चुका है। सभी पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। मगर, अब तक सभी फर्जी शिक्षकों की न तो गिरफ्तारी हुई है और न ही वेतन के मद में डकारे गए 38 करोड़ रुपये की रिकवरी हो सकी है।
पिछले तीन वर्षों में परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने की शिकायत मिली। विभागीय जांच के दौरान इन्हें निलंबित कर मामले की जांच संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को सौँपी गई। उनकी रिपोर्ट के आधार पर फर्जी शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
विभाग ने सभी फर्जी शिक्षकों से रिकवरी की रिपोर्ट बनाकर राजस्व विभाग को भेज दिया है। बीएसए आरके सिंह ने बताया कि फर्जी शिक्षकों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की गई है। सभी के वेतन रिकवरी की रिपोर्ट राजस्व विभाग को सौंपी गई है।