इस वृद्धि का असर
● कर्ज की मासिक किस्त में बढ़ोतरी ●
● कर्ज की अवधि बढ़ सकती है
● सावधि और नियमित आय वाली योजनाओं के लाभ में वृद्धि संभव
● सरकार को मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। रिजर्व बैंक ने महंगाई पर लगाम लगाने के लिए बुधवार को ब्याज दरें बढ़ा दी। रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की है। यानी बैंकों और से लिया जाने वाला कर्ज महंगा होगा और मौजूदा कर्ज की मासिक किस्त बढ़ सकती है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिए निर्णयों की जानकारी दी। इसके साथ मुख्य नीतिगत दर 6.50 हो गई है। रेपो रेट वह दर है जिस पर किसी बैंक को आरबीआई कर्ज देता है। बैंक इसी के आधार पर ग्राहकों को कर्ज देते हैं। बैंक ने सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर का अनुमान 6.8 से बढ़ाकर सात फीसदी किया है। दास ने जी20 देशों से आने वालों के लिए यूपीआई सुविधा शुरू करनेे और कर्ज पर जुर्माने में एकरूपता का प्रस्ताव दिया।
चिंता बरकरार