लखनऊ : वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी भी मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए पूरा जोर दे रहे हैं। ऐसे में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा परिषदीय स्कूलों में मिड डे मील के मेन्यू में मोटे अनाज का भोजन शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से हफ्ते में एक दिन मोटे अनाज का भोजन मिड डे मील के तहत दिए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। अब परिषदीय स्कूलों के 1.92 करोड़ विद्यार्थियों को हफ्ते में एक दिन मिड डे मील के तहत मोटे अनाज का बना भोजन परोसा जाएगा । ज्वार, बाजरा, सांवा व कोदो जैसे मोटे अनाज से बना भोजन धीरे-धीरे लोगों की थाली से गायब हो गया था। पौष्टिकता से भरपूर मोटे अनाज को फिर से खाने की आदत डालने के लिए यह पहल की जा रही है। मिड डे मील के तहत ज्वार, बाजरा, सांवा व कोदो इत्यादि से पका भोजन विद्यार्थी खाएंगे तो वह ज्यादा स्वस्थ रहेंगे। यही नहीं परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी इसके लिए जागरूक किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि हफ्ते में एक दिन मोटे अनाज से बना हुआ भोजन मिड डे मील के तहत परोसे जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।