। यूपी बोर्ड की संचालित परीक्षा की प्रभावी निगरानी के लिए बना कंट्रोल रूम टेलीफोन की घंटी बजी । हैलो.. कंट्रोल रूम से बोल रही हूं। बताइए क्या परेशानी है।.... मैडम मेरी नींद नहीं खुली, जिसके कारण परीक्षा छूट गई। अब मेरा क्या होगा, अब आगे की परीक्षा दूं या नहीं? कंट्रोल रूम से जवाब .... घबराइए नहीं। एक प्रश्नपत्र छूट गया है तो इसकी कंपार्टमेंट परीक्षा बाद में दे सकते हैं, लेकिन बाकी विषयों की परीक्षाएं सजगता के साथ दीजिए। इसके अलावा प्रवेश पत्र खो जाने, विषय बदल जाने संबंधित प्रश्न कंट्रोल रूम में ज्यादा आते हैं, जिनका उचित सुझाव के साथ समाधान किया जा रहा है।
गृहविज्ञान (केवल बालिकाओं के लिए), गृहविज्ञान (बालकों के लिए तथा उन बालिकाओं के लिए जिन्होंने अनिवार्य विषय के रूप में नहीं लिया है) विषय की परीक्षा हुई। प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय में बने कंट्रोल रूम सुबह पाली में हाईस्कूल की में प्रतीक्षा श्रीवास्तव और श्वेता साहू ड्यूटी पर थीं। फोन काल आई। परीक्षार्थी ने बताया कि वह इटावा से है और सुबह उसकी नींद नहीं खुली, जिसके कारण परीक्षा छूट गई... । इनके अलावा सरिता देवी, अर्चना सिंह, पीके वर्मा और गुलाब शंकर तिवारी की ड्यूटी अलग-अलग समय में लगी है। अपर सचिव विभा मिश्रा ने कंट्रोल रूम में आई समस्याओं की समीक्षा की और उन्हें बताया कि फोन काल पर आने वाली किस तरह की समस्यायों पर क्या जवाब देना है। प्रश्नपत्र खो जाने पर आनलाइन उपलब्ध होने और उसे डाउनलोड करने का सुझाव दिया गया है। जिनके नाम या पिता के नाम में त्रुटि है तो बताया गया कि अभी परीक्षा मनोयोग से दें। परीक्षा के बाद नाम संशोधन कराया जा सकता है।