अगर आपके बचत खाते में घर खर्च और आपात खर्च के अलावा ज्यादा रकम जमा हो तो जान लीजएि आप नुकसान में हैं। बीती मई के बाद रेपो रेट में वृद्धि के चलते बैंकों ने सावधि जमा पर ब्याज बढ़ाया लेकिन बचत खाते पर ब्याज पिछले तीन वित्तीय वर्ष से 3.50 फीसदी या उससे भी कम पर स्थिर है। बैंक बाजार के मुताबिक कुछ निजी बैंक बचत खाते पर 7.25 फीसदी ब्याज दे रहे हैं लेकिन 25 लाख रुपये की शर्त पर। यहां हम बता रहे हैं छोटे बैंक ग्राहकों के पास बचत खाते के अलावा कुछ चुनिंदा विकल्प हैं जिनमें वह अपने निवेश पर कम जोखिम रखते हुए ऊंचा रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड में ऋण फंड के तहत लिक्विड फंड और मनी मार्केट फंड आते हैं। इसमें जोखिम कम होता है। वहीं बचत खाते की तुलना में कमाई ज्यादा होती है। बचत खाते में स्वीप-इन अकाउंट की भी सुविधा मिलती है जिसमें बचत खाते से अधिक ब्याज मिलता है।
बचत खाते में स्वीप-इन सुविधा बेहतर रिटर्न के साथ तरलता उपलब्ध कराती है। बचत खाते में एक तय सीमा से ऊपर की रकम एक निर्धारित गुणक में ज्यादा ब्याज दर वाली सावधि जमा में परिवर्तित कर दी जाती है।