प्रयागराज । उच्च शिक्षा निदेशालय के पूर्व निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज के खिलाफ शासन स्तर से जांच शुरू कराई जा रही है। वहीं, नए निदेशक ब्रह्मदेव ने बुधवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने कहा कि शासन की जो भी प्राथमिकताएं हैं, उन्हें पारदर्शी तरीके से गुणवत्ता के साथ पूरा करेंगे।
शासन की ओर से मंगलवार को अचानक एक आदेश जारी किया गया, जिसमें निदेशक रहे डॉ. अमित भारद्वाज को तत्काल इस पद से हटाते हुए उनकी जगह संयुक्त सचिव ब्रह्मदेव को निदेशक नियुक्त कर दिया गया। अचानक हुए इस बदलाव को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई। शिक्षकों के प्रमोशन में देरी और निदेशालय से जुड़े कार्यों में शिथिलता को लेकर भी डॉ. अमित भारद्वाज घिरे हुए थे।
निदेशालय में अनियमितताओं की शिकायत भी शासन तक पहुंची थी।
शासन की ओर से पूर्व निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज के खिलाफ जांच भी प्रस्तावित है। प्रमुख सचिव डॉ. सुधीर एम. बोबडे की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि डॉ. अमित भारद्वाज के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 1999 के नियम-7 के तहत अनुशासनिक कार्यवाही, विभागीय जांच शुरू कराई जा रही है। डॉ. अमित भारद्वाज के निदेशक उच्च शिक्षा के पद पर रहते हुए उनके खिलाफ प्रस्तावित विभागीय कार्यवाही प्रभावित न हो, इसके मद्देनजर उन्हें तत्काल प्रभाव से निदेशक के पद से हटाते हुए उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद से संबद्ध किया जाता है। उधर, बुधवार को कार्यभार ग्रहण करने के बाद नए निदेशक ब्रह्मदेव ने कहा कि शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की समस्याओं का निराकरण, उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, नई शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से लागू करना और शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करना उनकी प्राथमिकता है।