बच्चों ने बड़े चाव से देखी बाल फिल्में


 गाजीपुर। अमर उजाला फाउंडेशन के सौजन्य से बाल चित्र समिति एवं फिल्म प्रभात की तरफ से बाल फिल्म महोत्सव के तहत स्कूली बच्चों को बाल फिल्में दिखाई जा रही हैं। इस क्रम में शुक्रवार को शहर के विशेश्वरगंज स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय नवापुरा में बच्चों ने बड़े चाव से फिल्में देखी। इसके बाद उनसे फिल्म से संबंधित प्रश्न पूछे गए। तीन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।



अमर उजाला ने बाल फिल्मों के माध्यम से बच्चों में अच्छे गुणों के विकास के लिए सकारात्मक पहल की है। बाल फिल्म महोत्सव के तहत बच्चों को ऐसी बाल फिल्में दिखाई गई जो बड़े होकर इन नौनिहालों को अच्छा इंसान और एक आदर्श नागरिक बनने में सहायक हो सकें। सबसे पहले वैन उच्च प्राथमिक विद्यालय विशेश्वरगंज पहुंची। यहां छात्र-छात्राओं ने जादुई घड़ा एवं उपयोगी छाता फिल्म देखी। दोनों फिल्में बच्चों को बहुत पसंद आई। इसके बाद विद्यालय के अनन्य गुप्ता, सृष्टि राजभर एवं मानवी गुप्ता को पूछे गए सवाल का जवाब देने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की सरोज भारती, अरविंद उपाध्याय, प्रियंका मिश्र, प्रतिभा सिंह, अनिता यादव, कुंजन तिवारी एवं संगीता सिंह उपस्थित थीं।





अध्यापकों ने कहा कि ऐसी प्रेरणादायी फिल्मों से बच्चों को काफी सीख मिलेगी। इसके बाद बाल फिल्म की वैन शहर के नवापुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंची। यहां बच्चों ने पकड़ा गया बंदर एवं मूर्ख पंडित फिल्म देखी। इस अवसर पर वहां पहुंचे बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव ने भी बच्चों के साथ शिक्षाप्रद फिल्म देखी। उन्होंने कहा कि बच्चों पर केंद्रित ये फिल्में उनके लिए काफी उपयोगी साबित होगी। फाउंडेशन को बधाई देते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम एवं बाल फिल्में दिखाकर बच्चों को उत्साहित करने की उम्मीद जाहिर की।

विद्यालय की सृष्टि चौहान, आयूष साहू एवं अंश चौधरी को पूछे गए प्रश्न का उत्तर देने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सैयद अली कदर, सीमा राय उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि छात्रों को शिक्षाप्रद फिल्में दिखाकर उन्हें जागरूक करने के लिए अमर उजाला फाउंडेशन का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है।




फिल्म से यह सीख मिली कि जानवरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।- अनन्य गुप्ता, उच्च प्राथमिक विद्यालय, विशेश्वरगंज

सभी बच्चों ने बड़े ही उत्साह के साथ फिल्म को देखा। इन फिल्मों से उनको बहुत कुछ सीखने को मिला।- सृष्टि राजभर, उच्च प्राथमिक विद्यालय, विशेश्वरगंज


किसी को सताना गलत बात है। ऐसा कृत्य नहीं करने की सीख बच्चों ने सीखी।- मानवी गुप्ता, उच्च प्राथमिक विद्यालय, विशेश्वरगंज

फिल्म देखकर जीव-जंतुओं पर दया भाव रखने की बात जानी।- सृष्टि चौहान, प्राथमिक विद्यालय, नवापुरा।

एक-दूसरे के साथ मिलकर दूसरे की मदद करने का गुण सीखा।- आयूष साहू, प्राथमिक विद्यालय, नवापुरा।

इन फिल्मों से बच्चों को कई ज्ञानवर्धक जानकारी और सीख मिली है जो उनके जीवन में काम आएगी।- अंश चौधरी, प्राथमिक विद्यालय, नवापुरा।