जौनपुर, हाड़ कपा देने वाली शीतलहरी बीत गयी। धीरे धीरे गर्मी भी आ रही है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने भी दर्जन भर बार बेसिक शिक्षा विभाग को आगाह किया। लेकिन अब तक जिले के परिषदीय विद्यालय के लगभग 68 हजार छात्रों के ड्रेस, जूता मोजा व बैग का पैसा उनके अभिभावको के खाते में नहीं जा पाया।
इसके पीछे का कारण बेसिक शिक्षा विभाग आधार का सत्यापन न होना बता रहा है। अब चाहे कारण जो भी हो लेकिन नया सत्र आने में महज दो से ढ़ाई माह का समय बचा है और अब तक पुराने छात्रों को बेसिका शिक्षा विभाग ड्रेस मुहैया नहीं करा पाया। हिन्दुस्तान ने रविवार को पड़ताल की तो पाया कि सबसे अधिक करंजाकला विकास खंड के विभिन्न विद्यालयों में पंजीकृत 26938 छात्रों में से 3618 के ड्रेस का पैसा अभिभावक के खाते में नहीं पहुंचा है। बेसिक शिक्षा विभाग बता रहा है कि इनके आधार का सत्यापन लम्बित है।
ब्लाक अवशेष प्रमाणीकरण आधारविहीन छात्र आधार सत्यापन को लंबित छात्र
बदलापुर 120 2054 2259
बक्शा 241 1433 1995
बरसठी 113 1626 2148
धर्मापुर 59 917 1270
डोभी 74 692 797
जलालपुर 113 1054 1246
करंजाकला 265 3005 3618
केराकत 104 770 971
खुटहन 83 467 743
मछलीशहर 86 2046 2270
महराजगंज 101 1156 1317
मड़ियाहूं 278 1236 2308
मुफ्तीगंज 64 1068 1240
मुंगराबादशाहपुर 137 1678 1905
नगर क्षेत्र में 29 05 34
रामनगर 167 1803 2102
रामपुर 125 2130 2299
शाहगंज 190 1474 1949
सिकरारा 147 1308 1780
सिरकोनी 247 1108 1672
सुइथाकला 271 1296 2118
सुजानगंज 33 196 242
बच्चों को नहीं मिली जूता,बैग,ड्रेस की धनराशि
बदलापुर। क्षेत्र के 125 परिषदीय विद्यालयों के लगभग बच्चों को सरकार से मिलने वाली जूता, मोजा, बैग व ड्रेस की धनराशि नहीं मिल सकी,जिसको लेकर अभिभावक परेशान हैं। विकास खण्ड क्षेत्र में 18 कम्पोजिट,13 पूर्व माध्यमिक तथा 94 प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। जिसमें कुल 5000 बच्चों के अभिभावकों के खातों में अभी तक धनराशि नहीं जा सकी। इसके पीछे बच्चों का आधार कार्ड न बनना बताया जा रहा है। बीईओ शैलेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि आधार कार्ड बनवाने का कार्य तेजी से चल रहा है। आधार कार्ड वेरिफाई हो जाने के तत्काल बाद बच्चों के अभिभावकों के खातों में ड्रेस,जूता,मोजा तथा बैग की धनराशि पहुंच जायेगी।
‘छात्रों की संख्या के आधार पर लगभग पांच प्रतिशत बच्चों के खाते में डीबीटी का पैसा नहीं गया है। आधार का सत्यापन कराया जा रहा है। जल्द ही बचे डीबीटी का पैसा भेज दिया जाएगा।
डा. गोरखनाथ पटेल, बीएसए