भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व में भारत जैसे सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने लगा था।
इसके मनाए जाने के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य था कि देश भर के सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाएगी, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी। इस सिलसिले में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाएंगे और उन्हें निर्वाचन फोटो पहचान पत्र सौंपे जाएंगे। पहचान पत्र बांटने का काम सामाजिक, शैक्षणिक व गैर-राजनीतिक व्यक्ति करेंगे। इस मौके पर मतदाताओं को एक बैज भी दिया जाएगा, जिसमें लोगो के साथ नारा अंकित होगा 'मतदाता बनने पर गर्व है, मतदान को तैयार हैं।' शिक्षकों को लगातार जागरूकता का जिम्मा कई माध्यमो से सौंपा जाता रहा है। इसलिए ऐसे मौकों पर नारों (Slogans) की आवश्यकता पड़ती है। पेश है संबंधित नारे और नीचे शपथ
वोट देना सबका
कानूनी अधिकार है ।
वोटर लिस्ट में नाम लिखाऐं,
वोटर कार्ड सभी बनवाऐं ।
आपके वोट से आऐगा बदलाव,
समाज सुधरेगा, कम होगा तनाव ।
करे राष्ट्र का जो उत्थान,
करें उसी को हम मतदान ।
एक वोट से होती जीत-हार,
वोट न हो कोई बेकार ।
आपका वोट ही
आपकी आवाज है ।
लोकतंत्र का यह आधार,
वोट न कोई हो बेकार।
घर-घर अलख जगाएँगे,
मतदाता जागरूक बनाएँगे ।
18 वर्ष की उम्र कर ली पार,
मिला वोट का अब अधिकार ।
युवा हो तुम देश की शान,
जागो, उठो, करो मतदान ।
जन-जन की यही पुकार,
वोट डालो अबकी बार।
वोट डालने चलो रे साथी,
लोकतंत्र के बनो बाराती !
एक वोट से करो बदलाव
नेताजी के बदलो हाव-भाव !
सही उम्मीदवार का करो चुनाव,
बेईमानों को मत दो भाव !
आपका वोट है आपकी ताकत
लोकतंत्र की है ये लागत
सुबह सवेरे वोट दे आओ
वोटर ID संग ले जाओ !