उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी से अब बीमारी का बहाना बनाकर शिक्षक गैर हाजिर नहीं हो पाएंगे। बीमार हैं तो उन्हें सीएमओ से इसका प्रमाण-पत्र बनवाना होगा। इसके बाद ही उनका अवकाश स्वीकृत होगा। पहले इस तरह के मामले लगातार प्रकाश में आते थे कि बोर्ड परीक्षा के दौरान विद्यालयों में कई शिक्षक अचानक बीमार होने का आवेदन देकर छुट्टी पर चले जाते थे। इससे परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापकों और कक्ष निरीक्षकों की तैनाती में बहुत दिक्कतें आती थीं।
परीक्षा के दौरान कोई बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी न ले, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। अब बोर्ड परीक्षा के दौरान जो शिक्षक-शिक्षिकाएं चिकित्सीय अवकाश के लिए आवेदन करेंगे, उनकी बीमारी की पुष्टि सीएमओ करेंगे। इसके लिए उनके प्रमाण-पत्र की जरूरत होगी। उसके बाद ही चिकित्सीय अवकाश मिलेगा। बोर्ड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। बोर्ड के मुताबिक वर्ष 2023 की संस्थागत और व्यक्तिगत परीक्षाएं एक साथ होंगी। बताते हैं कि पिछली परिषदीय परीक्षाओं में सामने आया है कि प्रधानाचार्य, शिक्षक, केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक का कार्य नहीं करना चाहते हैं। इसलिए बीमारी का प्रमाण-पत्र देकर चिकित्सीय छुट्टी पर चले जाते हैं।
बीमारी का बहाना बनाकर अनावश्यक रूप से अवकाश लेने वाले शिक्षकों को लेकर बोर्ड ने कड़े निर्देश दिए हैं। अवकाश सिर्फ उन्हीं को मिलेगा जिनके पास सीएमओ का प्रमाणपत्र होगा। बोर्ड के आदेश का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
- ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, जिला विद्यालय निरीक्षक।