श्रावस्ती। जिले के शिक्षामित्रों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षामित्रों ने जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा।
ज्ञापन में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष निर्मल कुमार शुक्ला ने कहा कि 22 वर्ष से परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्य कर रहे हैं। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं।
बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने व उनकी शादी विवाह व वृद्ध माता पिता के दवा इलाज का खर्च भी सामने है। इसके बावजूद मात्र दस हजार रुपये मानदेय मिल रहा है। इतनी महंगाई में इतने कम पैसे से घर खर्च नहीं चलता। ऐसे में शिक्षामित्र मानसिक अवसाद में जीने को मजबूर हैं।
शिक्षामित्रों को नई शिक्षा नीति में शामिल किया जाए। नियमितीकरण व समायोजन प्रक्रिया पूरी होने तक शिक्षा मित्रों को 12 माह 62 वर्ष जीवन यापन लायक वेतन दिया जाए। साथ ही मृतक शिक्षामित्रों के परिजनों को अहेतुक सहायता राशि व उनके आश्रितों को जीवन यापन के लिए नियुक्ति प्रदान की जाए। ऐसा न होने पर 11 व 12 जनवरी को
लखनऊ में रैली करने को विवश होंगे। ज्ञापन देने वालों में मंजू शुक्ला, शालिनी वर्मा, अंजू, हितेंद्र नंदन पांडे, अनंतराम तिवारी आदि मौजूद रहे.