लखनऊ, विशेष संवाददाता। यूपी में भाजपा और योगी सरकार ने मिशन- 2024 और निकाय चुनाव की तैयारी के लिए कमर कस ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सभी मंत्रियों को जिलों का प्रभारी नियुक्त किया। उन्होंने शनिवार को पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित मंत्री समूह की बैठक में इसकी घोषणा की। मंत्री सुरेश खन्ना को लखनऊ और गोरखपुर का प्रभार दिया गया है।
सरकार ने मिशन मोड में चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। योगी 2.0 में प्रदेश सरकार के मंत्रियों को पहली बार जिलों का स्थायी प्रभार सौंपा गया है। पहले मंत्री समूह को अलग- अलग जिलों में भेजा गया था मगर वो अस्थायी व्यवस्था थी। सीएम योगी ने पहले मंडलवार सांसद-विधायकों से फीडबैक लिया। जनता से जुड़े जरूरी कामों के लिए सांसदों को पांच और विधायकों से तीन-तीन करोड़ रुपये के विकास कार्यों के प्रस्ताव तत्काल मांगे।
प्रदेशभर का फीडबैक लेने के साथ ही मुख्यमंत्री ने समस्याओं के त्वरित निदान के लिए अपने सभी मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को जिलों का प्रभार सौंप दिया। मंडलीय बैठकों के दौरान सांसद-विधायकों के साथ ही संगठन से जुड़े लोगों ने भी जिला प्रभारी न होने के चलते जिला योजना समितियों की बैठकें न होने की बात भी सीएम को बताई थी। कैबिनेट व स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को जहां दो-दो जिलों का और राज्यमंत्रियों को एक-एक जिले का प्रभार दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री 10 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। मंत्री उसमें निवेशकों को आमंत्रित करें। यह पहली बार होगा कि जब एक साथ सभी 75 जिलों में निवेश होगा।
सौंपी ये जिम्मेदारियां
■ सभी मंत्री हर महीने प्रभार वाले जिलों में जाएंगे और जनता के विभिन्न समूहों से संवाद करेंगे
■ केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत भी देखेंगे। हर महीने अपने दौरे की रिपोर्ट सीएम को सौंपेंगे।