शिक्षकों की बात नहीं सुनने वाले बीईओ पर होगी कार्रवाई



 
लखनऊ, विशेष संवाददाता। खण्ड शिक्षा अधिकारी ऑपरेशन कायाकल्प में दिलचस्पी नहीं लेते। शिक्षकों की समस्याओं को सुलझाने में उनकी कोई रुचि नहीं। शिक्षकों से लिए गए फीडबैक में ये तथ्य सामने आए हैं।

एमडीएम के कॉल सेंटर से आईवीआरएस कॉल करके 1.12 लाख शिक्षकों से ये फीड बैक लिया गया है। जांच के बाद यदि संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ विजिलेंस जांच की सिफारिश की जाएगी। इस डाटा के आधार पर उन दस ब्लॉकों को छांटा जा रहा है, जहां से सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं। जांच में यदि बीईओ के खिलाफ शिकायतें सच पाई गईं तो संबंधित बीईओ के खिलाफ विजिलेंस जांच की सिफारिश की जाएगी।

पूछे गए छह सवाल

प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के कॉल सेंट से शिक्षकों को फोन करके छह प्रश्न पूछे गए। इसमें बीईओ द्वारा छुट्टी की मंजूरी में पारदर्शिता व निस्तारण, ऑपरेशन कायाकल्प योजना के क्रियान्वयन में सहयोग, अकादमिक स्तर सुधारने व निपुण भारत अभियान के लक्ष्यों की प्राप्ति में सहयोग, निपुण भारत ट्रेनिंग की व्यवस्था, समस्याओं पर बीईओ की कार्रवाई का सहयोग और खण्ड शिक्षा अधिकारियों की सत्यनिष्ठा को प्रमाणित करने का अवसर संबंधी प्रश्नों को पूछा गया। इसमें संतोषजनक या असंतोषजनक का बटन दबाना था।