सरकार पर शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार करने का लगाया आरोप, शीतकालीन अवकाश का मानदेय न मिलने पर दी आंदोलन की चेतावनी




अम्बेडकर नगर, शिक्षामित्र शिक्षक संघ अम्बेडकर नगर के जिलाध्यक्ष व शिक्षामित्र केयर समिति अम्बेडकर नगर के संयोजक रामचंद्र मौर्य ने शिक्षामित्रों को शीतकालीन अवकाश का मानदेय सरकार द्वारा दिलाये जाने की मांग की है। शिक्षामित्र शिक्षक संघ अंबेडकर नगर के जिलाध्यक्ष रामचंद्र मौर्य ने बताया कि पिछले वर्ष शिक्षामित्रों को शीतकालीन अवकाश का मानदेय भुगतान किया गया था।इस सत्र में विद्यालय 16 जून से खुलने के कारण शिक्षामित्रों को शीतकालीन अवकाश का मानदेय काटकर जून माह में दिये जाने की बात कही जा रही हैं जो उचित नहीं है। 




शिक्षामित्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राम चन्दर मौर्य ने कहा कि यदि शिक्षामित्रों को सरकार द्वारा शीतकालीन अवकाश का मानदेय नहीं दिया गया तो शिक्षामित्र आन्दोलन करने के लिए वाध्य होंगे। जिलाध्यक्ष राम चन्दर मौर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। शिक्षामित्र शिक्षक की सभी योग्यता पूरी करते हैं।22 वर्षों से प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं। शिक्षामित्रों को 22 वर्षो से शिक्षण कार्य करने का अनुभव प्राप्त है। फिर भी शिक्षामित्रों को सरकार द्वारा वर्ष में 11 माह के लिए 10000 रूपये प्रतिमाह की दर से अल्प मानदेय दिया जाता है।




अल्प मानदेय में शिक्षामित्रों का अपना परिवार चलाने में आर्थिक तंगी से सम्बन्धित परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सरकार द्वारा शिक्षामित्रों को अल्प मानदेय देकर शिक्षामित्रों का मानसिक व आर्थिक रूप से शोषण किया जा रहा है। पूर्व में शिक्षामित्रों की मेहनत और योग्यता को देखते हुए सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया गया था।सन् 2017 में कोर्ट द्वारा समायोजन निरस्त किए जाने के बाद से शिक्षामित्रों को 10000 रूपये प्रतिमाह दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में लगभग 8000 शिक्षामित्र आर्थिक तंगी के चलते अवसाद में आकर हार्ट अटैक,आत्म हत्या के कारण मौत के शिकार हो गए। लेकिन कठोर सरकार द्वारा शिक्षामित्रों की मौत पर संवेदना तक नहीं व्यक्त की गई। सरकार द्वारा पूर्व में कहा गया था कि हमारी सरकार बनने पर शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान 3 माह में करने की बात देश के प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कही गई थी। पांच वर्ष से अधिक का समय बीतने के बाद भी शिक्षामित्रों की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। शिक्षामित्रों द्वारा समय-समय पर अपनी मांगों के समर्थन में आन्दोलन भी किया गया।



 जिसके चलते शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान को लेकर सरकार द्वारा हाई पावर कमेटी का भी गठन किया गया था। लेकिन अभी तक हाई पावर कमेटी का निर्णय नहीं आ सका, सरकार द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं का कोई हल नहीं निकाला जा सका। शिक्षामित्र शिक्षक संघ अंबेडकर नगर के जिलाध्यक्ष रामचंद्र मौर्य ने जनपद के शिक्षामित्रों से शिक्षामित्र हित में शिक्षामित्र शिक्षक संघ के साथ एक जुट होने की अपील किया है। शिक्षामित्र शिक्षक संघ अंबेडकर नगर ने शीतकालीन अवकाश का मानदेय न मिलने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है