बीते 02 दिन से गायब कक्षा पांच के परिषदीय छात्र का शव पुराने मंदिर में मिला, जांच में जुटी पुलिस


गजरौला थाना क्षेत्र के तिगरी गांव में दो दिन से गायब 11 वर्षीय राहुल पुत्र गरीबदास का शव गांव के पुराने मंदिर में मिला। वह गांव के ही परिषदीय विद्यालय में कक्षा पांच का छात्र था। मृतक के गले पर निशान हैं। जो गला दबाकर हत्या किए जाने की तरफ इशारा कर रहे हैं। आंखों से लग रहा है कि उसकी मौत को 12 घंटे से अधिक का समय व्यतीत हो गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।



गजरौला थाना क्षेत्र के तिगरी गांव निवासी प्रेमवती के पति गरीबदास की पांच साल पूर्व हादसे में मौत हो गई। प्रेमवती के नाम पट्टे की आवंटित चार बीघे जमीन है। उसके तीन बेटियों और दो बेटों सहित पांच बच्चों में चौथे नंबर का 11 वर्षीय राहुल कक्षा पांच का छात्र था। वह गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता था। प्रेमवती अपनी जमीन पर खेती के साथ ही अमावस्या व पूर्णिमा पर गंगा तट पर प्रसाद बेचने का काम करती है। राहुल भी प्रसाद बेचने में हाथ बंटाता था। शुक्रवार को पूर्णिमा पर राहुल ने गंगा तट पर स्नान करने आए श्रद्घालुओं को प्रसाद बेचने का काम किया। शुक्रवार की शाम को ही छह बजे भोजन कर निकल गया। इसके बाद नहीं लौटा। देर रात तक नहीं आने पर चिंतित परिजन उसकी तलाश में जुट गए। शनिवार को परिजन थाने पहुंचे।


अज्ञात पर बालक के अपहरण का अभियोग पंजीकृत कराया। इसके बाद पुलिस भी बालक की तलाश में जुट गई। रविवार को गांव के लोग और परिजन अलग-अलग स्थान पर बालक को खोज रहे थे। उसका भाई पुष्पक और गांव का प्रमोद तलाश करते हुए अंगूरी देवी धर्मशाला के पीछे पुराने मंदिर में पहुंचे। यहां पर बालक का शव पड़ा देख उनकी चीख निकल गई। सूचना पर पुलिस पहुंची। घटना की जानकारी ली। पुलिस ने बताया कि दो दिन से गायब बालक का शव मिला है। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। घटना की छानबीन की जा रही है।


प्रेमवती पर दूसरी बार टूटा दुखों का पहाड़
तिगरी निवासी प्रेमवती पर पांच साल में दूसरी बार दुखों का पहाड़ टूटा है। पांच साल पूर्व कार्तिक पूर्णिमा पर लगे तिगरी गंगा मेले में प्रेमवती के पति गरीबदास की मौत हो गई। वह गंगा मेले में सदर चौराहा पर हादसे का शिकार हुए थे। अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हुए गरीबदास ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। पति की मौत हो जाने पर प्रेमवती गंगा किनारे प्रसाद बेच कर अपना और बच्चों का पालन पोषण करती है। रविवार की सुबह बेटे का शव मिलने से उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जिसको भी घटना की जानकारी हुई, उसके मुँह से यही शब्द निकाल कि प्रेमवती पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। वह अस्पताल में बुरी तरह विलाप कर रही थी।