कुशीनगर में सात शिक्षकों पर फर्जीवाड़ा का मुकदमा दर्ज हुआ है। इन शिक्षकों की पिछले पांच साल में बर्खास्तगी की कार्रवाई पूरी की गई है। इसमें ऐसे शिक्षक शामिल हैं, तो एक डिग्री पर दो से अधिक जनपदों में कार्यरत होकर वेतन प्राप्त कर रहे थे। इन शिक्षकों से प्राप्त वेतन की रिकवरी होना बाकी है। विभाग शिक्षकों से लाखों रूपये प्राप्त वेतन को वसूल करने में जुटा हुआ है। हालांकि अब तक रिकवरी के नाम पर सिर्फ पत्र भर जारी हुआ है।
बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में 2464 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में 3.44 लाख बच्चों का नामांकन है। इन स्कूलों में शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक को मिलाकर कुल दस हजार की तैनाती है। पिछले पांच साल में शासन स्तर की हुई जांच में जिले में सात शिक्षकों पर फर्जीवाड़ा का केस दर्ज है। वेतन को आधार कार्ड व पैनकार्ड से जोड़ने से शिक्षकों का फर्जीवाड़ा उजागर होना शुरू हुआ। एक डिग्री पर दो से अधिक जनपदों में तैनाती लेकर वेतन निकलने का मामला सामने आने पर गंभीरता से जांच में मामला पकड़ में आ सका। जनपद के सभी सात फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभाग संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराने के साथ बर्खास्तगी की कार्रवाई पूरा कर चुका है।
इन शिक्षकों से प्राप्त वेतन के रूपये की वसूली करने के लिए कार्रवाई चल रही है। इनमें से सभी शिक्षकों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। रिकवरी के बारे में बताया गया कि अभी तक सभी को रिकवरी की नोटिस भर जारी हो सकी है। एक भी रूपये अभी तक जमा नहीं कराए जा सके हैं। जबकि सरकारी रकम की वसूली के कड़े नियम हैं। नोटिस के बाद आरसी आदि जारी कराने का नियम है मगर विभाग अब तक पहले स्टेज पर ही अंटका हुआ है।
बोले बीएसए
जनपद में सात शिक्षकों को फर्जी डिग्री समेत अन्य कारणों से बर्खास्त किया जा चुका है। उनपर एफआईआर दर्ज कराया जा चुका है। वेतन रिकवरी की कार्रवाई चल रही है।
राम जियावन मौर्य, बीएसए