फंसीं भर्तियां अभ्यर्थी बेहाल, घट गए अनेक पद और बढ़ गई बीएड बेरोजगारों की फौज


प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय हों या राजकीय माध्यमिक विद्यालय, हर जगह शिक्षकों के पदों की संख्या घट गई है और इन पदों के दावेदार बीएड पास बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है। नई भर्तियां भी फंसी हुई है और बेरोजगारों की फौज नौकरी के लिए भटक रही है।

प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में हर साल एक लाख से अधिक अभ्यर्थी बीएड की डिग्री लेकर निकलते हैं। अशासकीय महाविद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती 2022 के लिए 13.19 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। टीजीटी के 3539 पदों के लिए 8.69 और पीजीटी के 624 पदों के लिए 4.50 लाख आवेदन आए हैं। आवेदन करने वालों में तकरीबन 12.50 लाख बीएड डिग्रीधारक हैं।

इससे पूर्व उत्तर प्रदेश माध्यमिक

शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने वर्ष 2021 में कुल 15198 पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया था इनमें टीजीटी के 12603 और पीजीटी के 2595 पद थे कुल 11.47 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। टीजीटी के लिए 7.49 और पीजीटी के लिए 3.98 लाख आवेदन आए थे। पिछले साल के मुकाबले पदों की संख्या साढ़े तीन गुना कम हो गई, जबकि बीएड बेरोजगारों की संख्या एक
लाख से अधिक बढ़ गई।

वहीं, वर्ष 2013 के विज्ञापन में टीजीटी-पीजीटी के 7147 पदों पर भर्ती के लिए 8.59 लाख आवेदन आए थे और वर्ष 2016 में टीजीटी-पीजीटी के 8663 पदों पर भर्ती के लिए 9.70 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। ऐसे में वर्ष 2013 से अब तक हर भर्ती बीएड बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है। टीजीटी-पीजीटी 2022 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 16 अगस्त को पूरी हो चुकी है, लेकिन चयन बोर्ड अब तक भर्ती परीक्षा की तिथि घोषित नहीं कर सका है।

एलटी ग्रेड शिक्षक के पदों पर भी भर्ती फंसी: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक के 5418 पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन मिल चुका है। इनमें पुरुष वर्ग के 3341 और महिला वर्ग के 2077 पद हैं। समकक्ष अर्हता पर स्थिति स्पष्ट न होने के कारण भर्ती फंसी हुई है और आयोग विज्ञापन जारी नहीं कर रहा है, जबकि हर साल बीएड बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे पूर्व आयोग ने वर्ष 2018 में एलटी ग्रेड शिक्षक के 10768 पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया था, जिसके लिए साढ़े चार लाख बीएड अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। हालांकि, तकरीबन साढ़े सात हजार पदों पर ही भर्ती हो सकी और बाकी पद खाली रह गए। हिंदी विषय में अहंता के विवाद के कारण 474 पदों पर अब तक भर्ती फंसी हुई है। नए अधियाचन के लिए पोर्टल खोलने की मांग प्रतियोगी छात्र मोर्चा की ओर से चयन बोर्ड में ज्ञापन देकर मांग की गई है कि नए अधियाचन के लिए पोर्टल फिर से खोला जाए। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विक्की खान और संयोजक अनिल उपाध्याय का कहना है कि इस बार आवेदकों की संख्या बढ़ी है, जबकि पदों की संख्या तीन गुना कम हो गई है। पद लगातार खाली रह रहे हैं, अगर चयन बोर्ड पोर्टल खोल देता है तो तकरीबन एक हजार पद बढ़ सकते हैं।