बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में जिले में शासन की योजनाओं का क्रियान्वन संतोषजनक नहीं हैं। स्कूल महानिदेशक द्वारा जांच के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय टीम जिले में पहुंच गई, टीम में शामिल अधिकारियों ने क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षक एवं बीईओ से रिपोर्ट ली है। तत्कालीन बीएसए के कार्यों की जांच भी टीम जांच कर सकती है। टीम के आने से हड़कंप है, कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड टीम ने बाबुबों से तलब किए हैं। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को शासन की तमाम योजना का लाभ दिया जा रहा है। मगर इन योजनाओं पर जिले में ठीक प्रकार से कार्य नहीं है। ऑपरेशन कायाकल्प, मिड डे मील, डीबीटी सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं, जब इसके बारे में स्कूल महानिदेशक को जानकारी हुई तो उन्होंने विभाग के अधिकारियों को जिले में जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए रिपोर्ट मांगी है। गुरुवार टीम जिले में पहुंची और उन्होंने बीएसए व कई बीईओ के साथ स्कूलों में निरीक्षण करते हुए योजनाओं का हाल जाना। सूत्रों की मानें तो टीम ने शिक्षकों की सीसीएल, स्थानांतरण सहित अन्य महत्वपूर्ण रिकॉर्ड को अपने कब्जे में लिया। पूरे दिन टीमों ने खुर्जा, जहांगीराबाद व बुलंदशहर के स्कूलों में निरीक्षण कर योजनाओं का हाल जाना है।
जिले का रिकॉर्ड खराब
बेसिक स्कूलों में शासन की योजनाओं का रिकॉर्ड खराब बताया गया है। तत्कालीन बीएसए अखंड प्रताप सिंह के समय में मनमाने तरीके से शिक्षकों स्थानांतरण, संस्पेंड, बहाली और ऑपरेशन कायाकल्प का कार्य भी संतोषजनक नहीं रहा था। हालांकि अब आकर इसमें कुछ सुधार हुआ है तो स्कूल महानिदेशक ने जांच बैठा दी है। सूत्रों की मानें तो खेल योजना में फर्जीवाड़ा एवं किटों में भी घपला हुआ है। यदि जांच हुई तो पूरा कारनामा खुलकर सामने आ जाएगा।
शासन से टीम जांच के लिए आई है। जिले के कई ब्लॉकों में टीम ने योजनाओं को देखा है और दस्तावेज चेक किए हैं। स्कूलों में हुए कार्यों की गुणवत्ता जांची है। टीम का पूरा सहयोग किया जा रहा है। टीम जो रिकॉर्ड मांग रही है वह दिए जा रहे हैं। मेरे कार्यकाल से जुड़ा इसमें कोई कार्य नहीं है।
-बीके शर्मा, बीएसए