लखनऊ। आकांक्षी जिलों में आठ वर्षों से अधिक समय से कार्यरत कई महिला शिक्षिकाओं ने अपना तबादला किए जाने की मांग की है। शिक्षिकाओं का कहना है कि उनके पति दूसरे जिलों में कार्यरत हैं।
शिक्षिकाओं ने शुक्रवार को निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय में महानिदेशक स्कूल शिक्षा को ज्ञापन सौंपते हुए अपने ट्रांसफर की गुहार लगाई है। शिक्षिकाओं का कहना है कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं। अगर जल्द से जल्द तबादला नहीं हुआ तो भविष्य में आंदोलन के लिए मजबूर होंगी।
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आज आकांक्षी जनपदों बहराइच, श्रावस्ती ,बलरामपुर ,सोनभद्र, फतेहपुर,चंदौली ,सिद्धार्थनगर चित्रकूट,में कार्यरत शिक्षिकाओं और उनके परिजनों के द्वारा कोर्ट के अनुसार आकांक्षी जनपदों से स्थानांतरण हेतु एससीईआरटी एकत्रित होकर अपनी व्यथा महानिदेशक स्कूल शिक्षा लखनऊ उत्तर प्रदेश माननीय श्री विजय किरण आनंद जी और निदेशक महोदया श्रीमती शुभा सिंह , सचिव बेसिक शिक्षा विभाग श्री प्रताप सिंह बघेल जी को सुनाई।
ये शिक्षिकाए आकांक्षी जनपदों में आठ वर्षो से अधिक समय से कार्यरत है और इनके पति दूसरे जनपदों में कार्यरत है ।
ये शिक्षिकाएं अपने स्थानांतरण के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
केस संख्या 15760/2022 बबिता एंड 143 OTHERS और 17009/2022 वर्षा त्रिपाठी एंड 33 OTHERS केस के क्रम में माननीय उच्च न्यायालय ने इस शिक्षिकाओं का अपना प्रत्यावेदन 2 सप्ताह में निदेशक बेसिक शिक्षा विभाग को देने और उस पर निदेशक महोदया के द्वारा 4 सप्ताह में स्पष्ट और तर्कपूर्ण जवाब के लिए कहा । और ससमय ट्रांसफर करने के लिए कहा दिया ।
शिक्षिकाओ ने कोर्ट ऑर्डर का प्रत्यावेदन निदेशक स्कूल शिक्षा को सौंपते हुए अपने ट्रांसफर की गुहार लगाई है । शिक्षिकाए मानसिक रूप से परेशान हैं।
अगर जल्द से जल्द ट्रांसफर नहीं किया गया तो भविष्य में ये शिक्षिकए आंदोलन के लिए मजबूर हो जायेगी।
बेसिक विभाग को चाहिए की इनके परिवार की समस्या को समझते हुए इनका ट्रांसफर अब इनके इच्छित जनपद में कर दे इन शिक्षिकाओं का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकारों को पॉलिसी है यदि पति पत्नी दोनो सरकारी सेवा में हो तो उनको एक ही जनपद में स्थानांतरण किया जाए।
पर हमारे साथ निरंतर अन्याय हो रहा है
ज्ञापन और प्रत्यावेदन कार्यक्रम में बबिता ,सीमा ,पूजा ,रिंकी,आरती,प्रीति, शाक्षी,
रूपम ओझा,ज्योति चौहान, रेणु कटारिया, राखी शर्मा, सुधा शिखा,अर्चना, अरविंद्र कुमार,अशोक कुमार ,विश्वाश हरे,प्रमोदकुमार, सुशील कुमार, संदीप कुमार, अमित कुमार ,सुशील कुमार के साथ सैकड़ों शिक्षक, शिक्षिकाओं और उनके परिजन शामिल हुए।