शिक्षामित्र ने डीएम से उत्पीड़न रोकने की गुहार लगाई



आगरा (राष्ट्रीय खबर ) । शिक्षा विभाग के अधिकारियों और विद्यालय की शिक्षिकाओं की मिलीभगत के चलते शिक्षामित्र का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। मामला कम्पोजिट विद्यालय राजेंद्र नगर का है जहां तैनात शिक्षामित्र निशि गोयल करीब 8 सालों से अपनी सेवा दे रही हैं। लेकिन कुछ शिक्षकाओं और अधिकारियों की मनमानी के चलते उनका गैर जिम्मेदार तरीके से मूल विद्यालय वापसी का आदेश कर दिया गया ।




जबकि यह आदेश 2018 तक ही मान्य था । लेकिन उसके बाद भी उन्हें आदेश दे दिया गया है। इस बारे में जब खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र शर्मा से बात की गई तो वह भी इस बात का जवाब नहीं दे सके । उन्हेंनों बताया कि यह मामला मेरी जानकारी आया या है और मैं इस मामले की जांच कर कार्रवाई करूंगा। लेकिन सभी अधिकारियों की जानकारी में होते हुए भी इस मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। वहीं विद्यालय में मौजूद एक शिक्षक को शिक्षकों द्वारा इस मामले की पैरवी करने का आरोप लगया जा रहा है। शिक्षक को हाजरी रजिस्टर पर साइन तक नहीं करने दिए जा रहे। इससे साफ है कि विद्यालय में मौजूद एक शिक्षिका जो कि शिक्षा विभाग में ऊंची पहुंच रखती हैं और लंबी छुट्टियां लेकर स्कूल आने की बजाय घर आराम फरमाती हैं। उसके बाद भी ऐसे कृत्य विद्यालय में लगातार जारी है। इससे साफ है कि अधिकारियों और शिक्षा विभाग की मिलीभगत के चलते जिले के सैकड़ों स्कूलों में इस तरह की गतिविधियां लगातार जारी लगभग 40 हजार से 80 हजार प्रति माह बेतन पाने वाले शिक्षक सरकार और विभाग को चूना लगा रहे उसके बाद भी प्रति महा अपना सुविधा शुल्क लेकर ऐसे शिक्षकों को खुली छूट दी जा रही है।