रिटायर शिक्षक तीन हजार, ‘साथी’ बनने को तैयार नहीं: नहीं आया कोई आवेदन


बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक स्कूलों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शैक्षिक सहयोगात्मक पर्यवेक्षण प्रदान करने के लिए कोई शिक्षक साथी बनने को तैयार नहीं है। जिले में तीन हजार से अधिक सेवानिवृत्त परिषदीय शिक्षक पेंशन ले रहे हैं लेकिन किसी ने भी शिक्षक साथी बनने के लिए आवेदन नहीं किया।


अंतिम तारीख 25 नवंबर तक आवेदन नहीं मिलने के कारण बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने शिक्षक साथी चयन के लिए अब 30 दिसंबर तक आवेदन मांगे हैं। प्रमुख सचिव शासन दीपक कुमार ने 28 सितंबर को सभी बीएसए को एक महीने में शिक्षक साथी चयन के आदेश दिए थे। 70 साल तक के सेवानिवृत्त शिक्षकों का तीन चरणों की परीक्षा के आधार पर चयन होना है। हिन्दी, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और अंग्रेजी विषय के लिए चयनित शिक्षक साथियों को 2500 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। एक साल के लिए चयनित शिक्षक साथियों का हर साल प्रदर्शन के आधार पर नवीनीकरण होगा।


खास-खास
● शिक्षक साथी हर महीने न्यूनतम 30 स्कूलों का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करेंगे।

● दीक्षा और रीड एलांग एप के प्रयोग के लिए बच्चों-अभिभावकों को प्रेरित करेंगे।

● प्रिंटरिच सामग्री, टीएलएम, मैथ्स एवं साइंस किट्स, लाइब्रेरी बुक्स आदि का प्रयोग सुनिश्चित कराएंगे।

● जेंडर, समता-समानता, जीवन कौशल शिक्षा, पर्यावरण, आत्मरक्षा, आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर शिक्षकों को संवेदनशील बनाएंगे।

शिक्षक साथी चयन के लिए 25 नवंबर तक आवेदन मांगे गए थे। कोई आवेदन न मिलने के कारण अंतिम तिथि 30 दिसंबर तक बढ़ाई गई है।

-डॉ. विनोद मिश्र, जिला समन्वयक प्रशिक्षण, समग्र शिक्षा