लखनऊ, । लुआक्टा अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि नेट-जे आरएफ के आधार पर नियुक्त शिक्षकों के पीएचडी प्रवेश के लिए दस फीसदी सुपर्नुमेरिक सीटो का आरक्षण मिलेगा। यूजीसी नियम के अंतर्गत नवनियुक्त शिक्षकों को तीन वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर ही अध्ययन अवकाश के नियम के कारण पीएचडी प्रवेश मे आ रही कठिनाइयों के निवारण के लिए आनलाइन कोर्स वर्क शुरू किया गया है। इसका लाभ प्रदेश के सभी शिक्षको मिलेगा।
लुआक्टा अध्यक्ष डा. मनोज पांडेय ने बताया कि बीती छह दिसम्बर को लुआक्टा की मांग पर प्रवेश समिति की बैठक में सुपर्नुमेरिक दस फीसदी आरक्षण एव आनलाइन कोर्स वर्क को लागू किये जाने एव इसका लाभ सत्र 2021-22 से दिये जाने पर सहमति बनी थी। शोध अध्यादेश 2020 में दोनों संशोधन को समाहित किये जाने के लखनऊ विवि के प्रस्ताव को कुलाधिपति राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने स्वीकृति दी। डा. पाण्डेय ने बताया इसके साथ ही लखनऊ विवि से सह्युक्त महाविद्यालयों में प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति अनवरत जारी है।