औरैया जिले में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहे दो शिक्षकों पर खण्ड शिक्षा अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया. मुकदमा दर्ज होने के बाद दोनों शिक्षक फरार हो गए. साल 2015 से यह दोनों शिक्षक दूसरे युवक के नाम के फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहे थे. शिक्षा विभाग में इन दोनों शिक्षकों की सूचना दी गई. दोनों शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच शुरू हुई तो यह गलत पाया गया, जिसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया. दोनों शिक्षक जनपद में अलग-अलग स्कूलों में नियुक्त थे. दोनों ही शिक्षक अलग-अलग जनपद के रहने वाले थे.
2015 में पायी नौकरी
यह मामला बिधूना थाना क्षेत्र के बिधूना ब्लॉक का है, जहां यह दोनों सहायक शिक्षक ने किसी दूसरे युवक के फर्जी दस्तावेज लगा कर नौकरी ले ली. विनोद नाम के शिक्षक जो बिधूना कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले है, जिन्होंने 2015 में नौकरी हासिल की थी. ये लगातर 7 सालों से फर्जी दस्तावेज लगा कर शिक्षा विभाग की आंखों मे धूल झोंक कर सरकारी तनख्वा उठा रहे थे. इसके बाद जब इस बात की जानकारी शिक्षा विभाग औरैया को लगी तब बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसकी जांच बिधूना खण्ड शिक्षा अधिकारी अवधेश कुमार को सौंपी. वहां इस मामले की जांच गोपनीय तरीके से की गई, जहां दोनों शिक्षक दोषी साबित हुए.
जांच के बाद मामला दर्ज
इसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट विभाग को दी और विभाग ने कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी. आरोप साबित होने के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बिधूना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद दोनों शिक्षक फरार हैं. विभाग की तरफ से अभी इन दोनों के खिलाफ और भी जांच की जा रही है. विभाग के द्वारा पता लगाया जा रहा है कि कहीं ऐसे और भी शिक्षक न हो, जो फर्जी दस्तावेज लगा कर नौकरी कर रहे हों.
इस मामले को लेकर बिधूना खण्ड शिक्षा अधिकारी अवधेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों शिक्षकों के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है. यह दोनों साल 2015 में नियुक्त हुए थे और बिधूना ब्लाक में ही अलग-अलग स्कूलों में तैनात थे. विभाग की तरफ से दोनों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी है और दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है.