बिजनौर। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत शनिवार को परिषदीय विद्यालयों में निपुण एसेसमेंट टेस्ट ओएमआर शीट पर कराई गई। विभाग द्वारा पहली वार हाईटेक परीक्षा कराने में काफी खामियां सामने आईं। कहीं छात्रों की संख्या से कम पेपर पहुंचे, तो कहीं ओएमआर शीट कम निकली। 2 लाख 28 हजार पंजीकृत थे, जिसमें 1 लाख 96 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा में उपस्थित रहे।
सरल एप पर शीट को स्कैनिंग करने में शिक्षकों के पसीने छूट गए। हालात यह रहे कि सभी शीट में शिक्षकों को मैनुअली डाटा फीड करना पड़ा। कक्षा एक से तीन तक एक ओएमआर शीट में 8 छात्र-छात्राओं का प्रश्नपत्र हल कराया गया। जब शिक्षक शीट को सरल एप पर स्कैन करने लगे तो पूरा एप ही ठप हो गया। इससे पहले के शिक्षक शीट स्कैन कर पाते दूसरी पाली की परीक्षा का समय हो गया। साढ़े 12 बजे से कक्षा 4 से 8 तक की परीक्षा हुई। इसके बाद स्कैनिंग का काम शुरू हुआ। इस बार एप में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन इसमें भी सभी विद्यार्थियों की आईडी शिक्षकों को खुद ही भरनी पड़ी। कई विद्यालयों में शिक्षक देर शाम तक स्कैनिंग करते रहें।
नेटवर्क ने किया परेशान
दूरदराज के विद्यालयों में शिक्षकों को समस्या का सामना करना पड़ा। मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से शिक्षकों को स्कैनिंग में दिक्कत हुई।
बोले बीएसए
ओएमआर शीट पर पहली वार परीक्षा हुई है। एक साथ ज्यादा संख्या में ऐप खुलने से सर्वर में दिक्कत हुई है। शिक्षक स्कैन करने में जुटे हुए हैं। -जयकरन यादव, बीएसए
15578 छात्रों ने दी परीक्षा
धामपुर। शनिवार को कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के छात्र छात्राओं की ओएमआर शीट पर परीक्षा हुई। धामपुर विकास क्षेत्र के 144 स्कूलों में 17178 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। इनमें से 15578 छात्रों ने परीक्षा दी। परीक्षा को पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने को ब्लाक क्षेत्र को 13 सेक्टरों और एक जोन क्षेत्र में बांटा गया था। एसडीएम मनोज कुमार सिंह और बीडीओ धामपुर मनीषदत्त शर्मा बतौर जोनल मजिस्ट्रेट रहे। दोनों अधिकारियों ने करीब 22 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। खंड शिक्षा अधिकारी कैलाश चंद्र पांडेय ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह से शांति के साथ पारदर्शिता से संपन्न हुई।