परिषदीय विद्यालयों में पहली बार बच्चे ओएमआर शीट पर परीक्षा देंगे। बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से पांच दिसंबर से विद्यालयों में परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए दो दिसंबर से ब्लाक संसाधन केंद्रों पर ओएमआर शीट पहुंचा दी जाएगी। परीक्षा की शुचिता के लिए दूसरे विद्यालयों के पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे।
जिले में 2702 परिषदीय विद्यालयों में करीब सवा लाख बच्चे पढ़ाई करते हैं। इन विद्यालयों की तिमाही परीक्षा में बेसिक शिक्षा विभाग ने बदलाव किया है। कक्षा एक से कक्षा तीन तक के बच्चों की परीक्षा निपुण लक्ष्य के तहत ली जाएगी।
कक्षा चार से आठ तक के बच्चों से बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा का परिणाम तुरंत बच्चों को मिल जाएगा। कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की ओएमआर शीट उनके बताए उत्तर के अनुसार शिक्षक स्वयं भरेंगे। जबकि कक्षा चार से आठ तक बच्चे स्वयं ओएमआर शीट भरेंगे। ओएमआर शीट पर यूनिक आईडी लिखी जाएगी। डायट प्राचार्य अमरनाथ राय ने बताया कि निपुण भारत के तहत तिमाही परीक्षा में बदलाव किया गया है। पांच दिसंबर को ओएमआर शीट पर परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए दो दिसंबर को ओएमआर शीट का वितरण किया जाएगा। ओएमआर शीट ब्लाक संसाधन केंद्रों से बीईओ स्कूलों पर पहुंचाएंगे।
कमजोर बच्चे उपचारात्मक शिक्षण से बनाएं जाएंगे निपुण
राष्ट्रीय मूल्यांकन परीक्षा में उत्कृष्ट बच्चों की पहचान की जाएगी। इसके लिए ए,बी, सी, डी ग्रेड बनाया जाएगा। इस परीक्षा के माध्यम से कमजोर बच्चों की पहचान कर उन्हें उपचारात्मक शिक्षण के माध्यम निपुण बनाया जाएगा। शिक्षक इन बच्चों की पहचान कर उन्हें बेहतर शिक्षा देने के लिए काम करेंगे।