देवरिया जिले के स्थानीय पीएचसी में इलाज के अभाव में शनिवार की सुबह एक शिक्षक और शिक्षिका की मौत हो गई। इसकी जानकारी पर अस्पताल पहुंचे शिक्षक और तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया। शिकायत पर पहुंचे एसडीएम सलेमपुर और एसीएमओ को लोगों ने ज्ञापन देकर जिम्मेदार डॉक्टरों पर कार्रवाई करने की बात कही। अधिकारियों की ओर से कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर लोग शांत हुए।
भटनी नगर के सुभाष इंटरमीडिएट कॉलेज में तैनात प्राणनाथ मिश्र (54) खेल शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। मूल रूप से लार थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव निवासी शिक्षक पत्नी और दो बच्चियों के साथ भटनी में ही क्वार्टर लेकर रहते थे। शनिवार की भोर में शिक्षक की तबीयत खराब हो गई। परिजन उन्हें लेकर स्थानीय पीएचसी पहुंचे, जहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। ड्यूटी पर मौजूद फार्मासिस्ट ने इलाज शुरू किया लेकिन उनकी मौत हो गई।
वहीं, आजमगढ़ शहर के गुलामीपुर मोहल्ला की रहने वाली अर्चना भारती (30) पिपरा देवराज गांव के परिषदीय विद्यालय पर सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत थीं। वह भटनी नगर में कमरा लेकर रहती थीं। शनिवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में बीमार शिक्षिका को इलाज कराने लोग अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने पर मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट ने शिक्षिका को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में शिक्षिका की मौत हो गई। इसकी जानकारी होने पर शिक्षक और तीमारदार बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे।
शिकायत पर पहुंचे एसडीएम सलेमपुर अरुण कुमार वर्मा और एसीएमओ डॉ. बीपी सिंह को लोगों ने जिम्मेदार डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए ज्ञापन दिया। कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए। इस दौरान प्रधानाचार्य सत्येंद्र कुमार गुप्त, डॉ. शशिशेखर मिश्र, शिक्षक इंदुशेखर मिश्र, राधेश्याम दीक्षित, सत्यम मिश्र, संजय मिश्र, चेयरमैन डॉ. बलराम जायसवाल, विजय कुमार गुप्त, रमेशचंद वर्मा आदि मौजूद रहे।
इस संबंध में उप जिलाधिकारी सलेमपुर अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि पीएचसी में इलाज के अभाव में शिक्षक और शिक्षिका की मौत होने की शिकायत मिली थी। जांच में इमरजेंसी ड्यूटी से डॉ. अमित जायसवाल गायब मिले। लोगों की मांग पर सीएमओ से प्रभारी चिकित्साधिकारी और जिम्मेदार डॉक्टर पर कार्रवाई करने की बात कही गई है।